नया साल शुरू होने से पहले सभी यह जानने के इच्छा रखते हैं कि उनके लिए नया साल कैसा रहेगा। आने वाले साल में उनके जीवन पर ग्रहों-नक्षत्रों का कैसा प्रभाव रहेगा? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा ग्रह हैं। चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। वहीं अगर आपकी 1 जनवरी 2023 की गोचर कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखी जाएं, तो आपके चतुर्थ भाव में केतु विराजमान हैं। साथ ही छठे भाव में सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग बन रहा है। वहीं सप्तम भाव में शनि और शुक्र की युति बन रही है। साथ ही नवम भाव में गुरु और दशम भाव में चंद्रमा और राहु से ग्रहण दोष का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही इनकम भाव में मंगल ग्रह स्थित हैं।
वहीं शनि देव 17 जनवरी को आपके अष्टम भाव में भ्रमण करेंगे। जिससे आपके ऊपर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी। इसलिए इस साल आपको थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। वहीं गुरु ग्रह 22 अप्रैल को दशम स्थान में भ्रमण करेंगे। वहीं राहु ग्रह अक्टूबर में 11वें स्थान में संचरण करेंगे। इसलिए इस साल आपको कुछ सावधानी बरतने की जरूरत हैं। लेकिन इस साल आपको लाभ के भी संकेत मिल रहे हैं। आइए जानते हैं कर्क राशि वालों को साल 2023 कैसा रहेगा?
जनवरी
जनवरी माह में लग्न पर गुरु शुक्र और सूर्य का प्रभाव आपके ऊर्जा प्रदान करने वाला होगा। इस समय आप अपने समाज के लिए कोई बड़ा धार्मिक कार्य का आयोजन भी करवा सकते हैं। आपको धार्मिक यात्रा से लाभ होने की उम्मीद है। बुध का गोचर नौकरीपेशा लोगों के लिए बढ़िया रहने वाला है। लाभ में विराजमान मंगल जनवरी और फरवरी माह में आपको भाइयों से सहयोग और अच्छे लाभ के मौके बनाएंगे। इस समय आपके शत्रु आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे। 17 जनवरी से शनि की ढैया आपको थोड़ा कष्ट देगी। इस समय दशम में विराजमान राहु पर शनि की नीच की दृष्टि जीवन में कुछ क्लेश पैदा कर सकती है। केतु मंगल का षडाष्टक योग आपके लिए थोड़ा हानिकारक हो सकता है और आप चोट का भी शिकार हो सकते है। शनि की पंचम पर दृष्टि आपके लिए पारिवारिक तनाव का कारण बन सकती है। इस समय आपको अपनी बुद्धि से निर्णय लेंगे होंगे।
फरवरी
15 फरवरी से चौथे भाव के स्वामी शुक्र की मीन राशि में गुरु के साथ युति (मिलाप) होगी। उच्च का शुक्र यहां राजयोग को जन्म देकर भूमि और वाहन से जुड़े सुखों में वृद्धि करेगा। इस समय आप अपनी पत्नी के साथ अच्छा समय बिताने वाले है। आपको पत्नी के साथ कहीं बाहर घूमने जाने का योग भी बनेगा। सूर्य फरवरी माह में अष्टम भाव में विराजमान शनि के साथ बैठकर एक अशुभ योग का निर्माण करेंगे। 15 मार्च तक का यह समय सूर्य शनि युति से प्रभावित होगा और गुरु के द्वादश होने के कारण यह आपके पिता को बेहद कष्टकारी होगा। इस समय पिता से मतभेद और पिता को चोट जैसी घटना आपके साथ हो सकती है। इस समय धन से जुड़े मामलों में आपको सावधानी रखनी होगी और किसी भी नए निवेश को सोच समझकर करना होगा।
मार्च
13 मार्च को मंगल आपके विदेश भाव में प्रवेश करेंगे। मंगल यहां गुरु से केंद्र में होंगे जो आपके लिए विदेश से लाभ के रास्ते खोलने वाला होगा। इस समय काम के सिलसिले में आपकी यात्रा आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगी। इस माह बुध का नीचभंग राजयोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों के लिए शुभ रहने वाला है। इस समय आपकी मेहनत का फायदा आपको मिलने वाला है। 12 मार्च के बाद शुक्र भी आपके दशम भाव में गोचर कर राजयोग का निर्माण करेंगे और स्त्री जातकों के लिए सफलता के दरवाज़े खोलने का काम करेंगे। इस समय कार्य स्थल पर किसी महिला सहकर्मी की मदद से आपको बड़ा प्रोजेक्ट मिल सकता है। राजनीति से जुड़े जातक महिला वर्ग को प्रभावित करने में सफल होंगे।
अप्रैल
अप्रैल में उच्च के सूर्य की युति (मिलाप) दशम भाव में राहु बुध के साथ होगी। इस प्रभाव से आप कुछ बड़े निर्णय ले सकते है। फाइनेंस से जुड़े लोगों के लिए यह महीना बदलाव का महीना होगा और आपकी कहीं से बड़ी नौकरी का ऑफर आ सकता है। मीडिया,जनसंचार और लेखन से जुड़े लोग तरक्की करेंगे। इसी माह की शुरुआत में शुक्र देव अपनी ही राशि में गोचर कर लाभ भाव को पुष्ट करने वाले है जिसके कारण आपको कपड़े,इत्र और सौंदर्य प्रसाधन से जुड़े कामों में लाभ होगा। कारोबारी महिला वर्ग को बड़े आर्डर मिलेंगे और धन प्रवाह उत्तम रहेगा। इसी महीने के अंत में देव गुरु बृहस्पति आपके दशम भाव में प्रवेश कर राहु से युति करेंगे। 22 अप्रैल से 14 मई तक वहां सूर्य भी होंगे। इस समय मेष राशि में सूर्य गुरु और राहु की युति होगी और शनि की दृष्टि के कारण कार्य स्थल पर आपको अत्यधिक मेहनत करनी होगी। इस समय आपके दशवें भाव में गुरु चांडाल योग का निर्माण होगा और इसके प्रभाव से धन से जुड़े मामलों में कठिनाई होगी हालांकि राजनीति से जुड़े जातकों को अच्छा पद मिलने की संभावना दिखाई पड़ रही है।
मई-जून
10 मई से मंगल का कर्क राशि में गोचर होगा जोकि मंगल की नीच की राशि है। इस पूरे माह दशम भाव में राहु, गुरु और बुध की युति होगी। इस समय मौसमी बीमारी से आपको खुद को बचाना होगा। मंगल लग्न में बैठकर शनि के साथ अशुभ षडाष्टक योग का निर्माण करेंगे। शनि और मंगल एक दूसरे से 6 और 8 होकर इस अशुभ योग का निर्माण कर आपको कष्ट प्रदान करने वाले होंगे। इस समय किसी दुर्घटना से आपको नुकसान हो सकता है वहीं भाइयों से विवाद संभव है। कोर्ट केस का निर्णय आपके खिलाफ जा सकता है। इस समय शनि की बुध पर दृष्टि और मंगल के साथ इस योग के कारण धन खर्च का योग दिखाई पड़ रहा है। जून के माह में 12वें सूर्य और चौथे भाव में विराजमान केतु पर मंगल की दृष्टि से मानसिक तनाव बना हुआ रहेगा। हालांकि बुध के लाभ स्थान में गोचर से आपको वित्त के मामलों में थोड़ा सुकून मिल जायेगा। बुध के प्रभाव से आपको मित्रों का भी सहयोग प्राप्त होगा और विद्यार्थी वर्ग को भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी।
जुलाई-अगस्त
जुलाई अगस्त के माह में सूर्य का गोचर आपके अनुकूल होगा। 8 जुलाई को बुध का लग्न में गोचर वाणी के प्रभाव से सफलता देने वाला होगा। इस समय मंगल शुक्र का संयुक्त गोचर व्यापारी वर्ग के लिए शुभ साबित होगा। जो जातक पैतृक व्यापार से जुड़े हुए है उनके काम में उन्नति होगी। गुरु की धन भाव पर दृष्टि पत्नी के सौभाग्य की वृद्धि करने वाली होगी। इस समय आपकी पत्नी के माध्यम से आपको धन की प्राप्ति सम्भव है। 7 अगस्त को शुक्र का लग्न से होने वाला गोचर वाणी में मधुरता प्रदान कर कार्यों में गति लाने का काम करेगा। सूर्य बुध का बुधादित्य योग आपके संचित धन में वृद्धि करने वाला होगा। 18 अगस्त को मंगल पराक्रम भाव में गोचर कर आपको साहसी बनाएंगे और भाइयों के सहयोग से मन प्रसन्न होगा। इस समय शनि मंगल का षडाष्टक योग भी होगा इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अति उत्साह में कोई भी काम करने से बचे। अगस्त का माह स्वास्थ्य की दृष्टि से थोड़ा प्रतिकूल हो सकता है।
सितंबर-अक्टूबर
सितंबर माह के मध्य में आपके पराक्रम भाव में दशमेश और धनेश की युति आपके लिए राहत का काम करने वाली है। इस समय सरकार से जुड़े लोग आपके लिए लाभदायक रहेंगे। उच्च अधिकारी आपके ऊपर मेहरबान रहेंगे और आपको कोई बड़ा प्रोजेक्ट भी दिया जा सकता है। 2 अक्टूबर को शुक्र का सिंह में वहीं 01 अक्टूबर से बुध अपनी उच्च राशि में प्रवेश कर मीडिया से जुड़े जातकों के लिए सफलता के द्वार खोल देंगे। इस समय उच्च के बुध के कारण भाइयों और मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा। इस माह चौथे भाव में नीच के सूर्य के साथ मंगल केतु की युति पारिवारिक कलह का कारण बन सकती है। इस समय थोड़ी मानसिक अशांति के साथ अपनी मां की सेहत को लेकर भी आप परेशान हो सकते है। साल के अंत में आपके लिए राहु और केतु का संचरण बड़ा बदलाव लेकर के आने वाला है। 30 अक्टूबर को राहु का गोचर आपके भाग्य स्थान में होने जा रहा है वहीं केतु का गोचर आपके तीसरे भाव में होगा।
नवंबर-दिसंबर
नवम्बर में लाभ और चौथे भाव के स्वामी शुक्र अपनी नीच राशि कन्या में गोचर करेंगे जो आपके लिए कष्टकारी होगा। शुक्र केतु की युति इस माह आपको स्त्री जातक से कष्ट की संभावना है। किसी स्त्री के कारण आपको धन हानि हो सकती है वहीं पत्नी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। पंचम में बलवान सूर्य मंगल की युति आपको संतान पक्ष से अच्छी खबर देने वाली होगी. हालांकि इस समय संतान से मतभेद भी सामने आ सकते है। राहु का गोचर पराक्रम को बढ़ाने वाला रहने वाला है। साल के आखिरी दो माह आप गुरु चांडाल योग से मुक्त हो जाएंगे और बृहस्पति अब अपना पूर्ण फल आपको देने का कार्य करेंगे। साल के आखिरी माह में आपके धन में वृद्धि और संपत्ति प्राप्ति के योग दिखाई दे रहे है। शुक्र अपनी तुला राशि में गोचर कर राजयोग का निर्माण करेंगे और परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। वहीं सूर्य भी छठे भाव में नौकरी में तरक्की और उन्नति का मार्ग प्रशस्त करने वाले होंगे। सप्तम बुध और दशम गुरु के प्रभाव से वाणी में तेज और तीव्र बुद्धि होगी, जिससे आप कठिन से कठिन कार्य को भी हल करने में सक्षम होंगे।