छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है। आज गुरुवार को छठव्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया। शुक्रवार को उगते सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा। बिहार के विभिन्न घाटों पर विशेष तैयारी की गई है, जहां जगह-जगह बाजार सजाए गए हैं और श्रद्धालु भगवान भास्कर की आराधना कर रहे हैं।
पटना में छठ पूजा की भव्यता
पटना में गंगा घाट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने व्रतियों का अभिवादन किया। साथ ही, छठ पूजा के लिए गंगा घाटों की सूरत भी बदल गई है, जहां बल्बों की रोशनी और व्यवस्थाओं ने माहौल को और भव्य बना दिया।
प्रदेशभर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
बिहार के विभिन्न जिलों जैसे औरंगाबाद, मुंगेर, शिवहर और सीतामढ़ी में श्रद्धालु गंगा और अन्य नदियों के घाटों पर अर्घ्य अर्पित कर रहे हैं। हर जगह छठ के गीतों के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है।
छठ गीतों में पर्यावरण संरक्षण का संदेश
छठ के गीतों में लोक आस्था के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता का भी संदेश है। गायिका चंदन तिवारी ने बताया कि इन गीतों में नारी सशक्तीकरण, प्रकृति संरक्षण, और समाज में संतुलन बनाए रखने की बातें छिपी हैं।
प्रकृति और समाज की ओर संदेश
गीतों के जरिए व्रति स्वच्छता और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने की अपील करती हैं। इन गीतों में सूर्य देवता की महिमा के साथ समाज में स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया जाता है।