Mahakumbh 2025: प्रयागराज में मौनी अमावस्या के मौके पर यातायात व्यवस्था में बड़े बदलाव, जानें नई रूट डायवर्जन और नियम, जानें अहम जानकारी

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Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ के मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। अनुमान के अनुसार इस दिन आठ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान के लिए प्रयागराज आने की उम्मीद है। इस ऐतिहासिक अवसर को देखते हुए प्रशासन ने शहर में यातायात व्यवस्था में कई बड़े बदलाव किए हैं। रूट डायवर्जन से लेकर, रेलवे स्टेशन पर नए प्रवेश और निकासी नियम लागू किए गए हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं और यात्रियों को सुगम यात्रा प्रदान करने के लिए इन सभी बदलावों की जानकारी दी हैं। 

रूट डायवर्जन और बैरिकेड्स पर यात्रियों की रोकथाम

प्रशासन ने मौनी अमावस्या के दौरान प्रयागराज में यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाने के लिए विभिन्न मार्गों पर रूट डायवर्जन लागू कर दिया है। 25 जनवरी से शुरू होकर ये व्यवस्था अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी। रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को पहले से ही तय रास्तों का पालन करना होगा।

चार पहिया वाहनों के लिए नियमों में बदलाव

सभी चार पहिया वाहनों को अब रेलवे स्टेशन परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यात्रियों को स्टेशन तक पहुँचने के लिए विशेष मार्गों का ही पालन करना होगा। यह कदम यातायात को व्यवस्थित रखने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया हैं।

प्रत्येक स्टेशन के लिए विशेष नियम

•    प्रयागराज के प्रमुख रेलवे स्टेशनों के लिए विशेष प्रवेश और निकासी मार्ग तय किए गए हैं।
•    प्रयागराज जंक्शन: यहाँ पर यात्रियों को सिटी साइड से प्रवेश मिलेगा और निकासी सिविल लाइंस साइड से होगी। आरक्षित टिकट वाले यात्रियों को गेट नंबर 5 से प्रवेश मिलेगा।
•    नैनी जंक्शन: यहाँ प्रवेश स्टेशन रोड से और निकासी मालगोदाम की दिशा से होगी।
•    छिवकी स्टेशन: प्रवेश प्रयागराज-मीरजापुर राजमार्ग से होगा जबकि निकासी जीईसी नैनी रोड से होगी।
•    सूबेदारगंज स्टेशन: यहाँ प्रवेश झलवा (कौशांबी रोड) से होगा और बाहर निकलने के लिए यात्रियों को जीटी रोड का रुख करना होगा।
•    फाफामऊ रेलवे स्टेशन: 28 जनवरी से केवल प्लेटफार्म नंबर 4 से ही प्रवेश मिलेगा। प्लेटफार्म नंबर 1 से यात्री बाहर निकल सकेंगे।

यात्री आश्रय स्थल और सुविधाएं

महाकुंभ के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर यात्री आश्रय स्थल बनाए गए हैं। इन स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं जैसे खानपान, प्राथमिक चिकित्सा, पेयजल, शौचालय और पूछताछ काउंटर की व्यवस्था की गई है। इससे यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।

विशेष ट्रेनें और सफाई व्यवस्था

•    प्रयागराज रेलवे प्रशासन ने मौनी अमावस्या पर 1,00,00,000 से ज्यादा यात्रियों को ट्रेनों के माध्यम से यात्रा कराई जाने की योजना बनाई हैं।
•    कुल 400 ट्रेनें एक दिन में चलेंगी, जिनमें से 170 से अधिक ट्रेनें विशेष ट्रेनें होंगी।
•    चार दिनों में कुल 1,060 ट्रेनें चलेंगी, जिनमें 400 विशेष ट्रेनें होंगी।
•    मौनी अमावस्या पर 15,00,000 श्रद्धालु ट्रेन से यात्रा करेंगे।
•    यात्रियों की सुरक्षा और सफाई व्यवस्था के लिए 1,000 अतिरिक्त सफाई कर्मी स्टेशन पर तैनात किए जाएंगे।

टोल फ्री नंबर और हेल्पलाइन सेवा

यात्रियों को सुगम यात्रा प्रदान करने के लिए प्रशासन ने 139 और टोल फ्री नंबर 18004199139 की हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। इसके माध्यम से यात्री ट्रेन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, इन नंबरों पर रेलवे संबंधित किसी भी समस्या का समाधान भी किया जाएगा।

महाकुंभ 2025 के अवसर पर प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए प्रशासन ने हर संभव कदम उठाया है ताकि उनकी यात्रा सुगम और सुरक्षित हो सके। रूट डायवर्जन, नए प्रवेश और निकासी नियम, विशेष ट्रेनें और अतिरिक्त सफाई व्यवस्था इन सब से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी श्रद्धालु किसी भी प्रकार की असुविधा से न गुजरे। यात्रियों से अनुरोध है कि वे नए नियमों का पालन करें और यात्रा से पहले अतिरिक्त समय लेकर घर से निकलें ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

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