H3N2 इन्फ्लुएंजा का खतरा बढ़ने से देश में पहली बार 2 मौतें:कर्नाटक-हरियाणा के थे दोनों मरीज, देश में अब तक 90 केस

H3N2 इन्फ्लुएंजा का खतरा बढ़ने से देश में पहली बार 2 मौतें:कर्नाटक-हरियाणा के थे दोनों मरीज, देश में अब तक 90 केस
Last Updated: 15 अप्रैल 2023

देश में कोविड-19 की महामारी की तरह तेजी से फैल रहे H3N2 इन्फ्लूएंजा से पहली बार 2 लोगो की मौत की खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स में हेल्थ मिनिस्ट्री के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि हरियाणा और कर्नाटक में इन्फ्लुएंजा के एक-एक मरीजों की मौत हुई है। देश में अभी तक H3N2 के 90 मामले सामने आए हैं।

हरियाणा के मामले की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कर्नाटक केस की जानकारी सामने आई है। मृतक का नाम हीरा गौड़ा है और उम्र 82 साल है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक, हीरा की एक मार्च को मौत हुई थी। वह डायबिटीज और हाइपरटेंशन का मरीज था। जांच के दौरान उनका सैंपल लिया गया था। 6 मार्च को सामने आया कि वह H3N2 से संक्रमित था।

 

बुजुर्गों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत-पूर्व एम्स निदेशक
एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने पिछले दिनों H3N2 इन्फ्लूएंजा से लोगों को सावधान रहने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि यह कोरोना के जैसे ही फैलता है। इससे बचने के लिए मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और बार-बार हाथ धोते रहें। बुजुर्गों और पहले से ही किसी बीमारी से परेशान लोगों को इससे ज्यादा परेशानी हो सकती है।

राजस्थान में बढ़े केस; 12-15 दिन तक नहीं जा रही खांसी, फेफड़ों में भी फैल रहा इंफेक्शन
राजस्थान में H3N2 के कई केस सामने आ रहे हैं। इसकी चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे हैं। इन्हें ठीक होने में 10 से 12 दिन का समय लग रहा है। बच्चों को ICU तक में भर्ती करना पड़ रहा है। एसएमएस मेडिकल कॉलेज,जयपुर में जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. पुनीत सक्सेना ने बताया कि यहां OPD में हर तीसरा-चौथा मरीज तेज खांसी-बुखार की शिकायत लेकर आ रहा है।

उन्होंने कहा कि ज्यादातर मामले H3N2 के अलावा इससे मिलने पर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (URI), एडिनोवायरस, पैरा इन्फ्लूएंजा वायरस के हैं। ये वायरस मौसम में बदलाव के साथ एक्टिव होता है और तेजी से फैलता है। इसमें बुखार सामान्यत: 3-4 दिन रहता है, लेकिन कुछ केस में 6-7 दिन में भी बुखार ठीक नहीं हो रहा 

H3N2 वायरस के लक्षण क्या है 

H3N2 वायरस के लक्षण सीजनल कोल्ड और कफ की तरह होते है, निचे कुछ लक्षण दिए गए है पढ़े और सावधानी बरते।

. खांसी 

. नाक बहना या नाक बंद होना   

. गले में खराश

. सिरदर्द होना 

. शरीर में दर्द 

. बुखार 

. ठण्ड लगना

. थकान 

. साँस फूलना 

. दस्त लगना

. उलटी होना 

H3N2 वायरस से हो रहे बुखार, सर्दी, खांसी को घरेलु उपाए से करे ठीक  

. हल्दी 

   एंटी-इंफ्लेमेंटरी एंटी वायरल एंटीबैक्टिरियल गुण हल्दी में मौजूद होते है, आप चाय, कॉफ़ी, या जूस में एक चम्मच  हल्दी मिलाकर पी सकते है, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के रोगी जरूर ट्राई करे, 

. अदरक

     यह भी एंटी-वायरल एन्टीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर है, अदरक में जिंजरोल नाम का एक तत्व होता है, यह वायरस को बढ़ने नहीं देता है, इसे चाय और पानी दोनों में डालकर पी सकते है,

. तुलसी 

   यह पावरफुल जड़ी बूटी है, तुलसी के पत्तियों को चबाने से कई तरह की बीमारियां ठीक होती है, तुलसी की चाय पिए, अगर चाय नहीं पीते है, तो तुलसी को पानी में उबालकर     उसका पानी पी सकते है, 

. शहद

   एक चम्मच शहद न केवल इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करेगा,  इसमें आयरन कैल्शियम, फॉस्फेट सोडियम क्लोरीन, पोटेशियम,  मैग्नीशियम भी होते है, जो कई बीमारी से बचाने में मदद कर           सकते है

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