अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस (International Volunteer Day) हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1985 में मान्यता दी गई थी। इसका उद्देश्य स्वयंसेवकों के योगदान को मान्यता देना और समाज में स्वयंसेवी कार्यों के महत्व को उजागर करना है। यह दिन सरकारों, स्वयंसेवी संगठनों और नागरिकों को एकजुट होकर सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर काम करने के लिए प्रेरित करता है।
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस का उद्देश्य और महत्व
दुनिया में कई उत्सव और दिन ऐसे होते हैं जो लोगों को प्रेरित करते हैं और उनके योगदान को सराहते हैं। ऐसा ही एक खास दिन है अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस (IVD), जो हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन उन लोगों के प्रति आभार प्रकट करने का अवसर है जो अपनी सेवा, समय, और ऊर्जा देकर समाज और विश्व में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1985 में 5 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। इसका उद्देश्य था लोगों को स्वयंसेवा के प्रति प्रोत्साहित करना और उनके योगदान को पहचान देना। इसके साथ ही, यह दिवस विभिन्न संगठनों और सरकारों को स्वयंसेवी गतिविधियों को समर्थन देने और सतत विकास लक्ष्यों (SDG) की प्राप्ति में उनकी भूमिका को समझने के लिए प्रेरित करता है।
2024 की थीम
"Caring for Communities – Together for Change"
2024 में, IVD का फोकस समुदायों की देखभाल और एकजुट प्रयासों पर है। यह थीम बताती है कि कैसे एकजुटता और सामूहिक प्रयास समाज को बदलने में मदद करते हैं।
स्वयंसेवा का महत्व
स्वयंसेवक न केवल अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं बल्कि दूसरों को प्रेरणा भी देते हैं। प्राकृतिक आपदाओं, स्वास्थ्य संकट (जैसे कोविड-19), और सामाजिक अन्याय जैसे मुद्दों के समय, स्वयंसेवकों ने हमेशा मानवता का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
• स्वयंसेवा से व्यक्तिगत संतोष और आत्म-निर्भरता बढ़ती है।
• यह समाज के वंचित तबकों को समर्थन देने में मदद करता है।
• सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए यह अनिवार्य है।
कैसे मनाया जाता है IVD?
• सम्मेलन और सेमिनार स्वयंसेवा के महत्व और इसके तरीकों पर चर्चा।
• प्रदर्शनियां स्वयंसेवकों के प्रयासों को प्रदर्शित करना।
• अधिकारियों और संगठनों द्वारा सम्मान विशिष्ट स्वयंसेवकों को पुरस्कार और मान्यता दी जाती है।
• सामुदायिक गतिविधियां वृक्षारोपण, स्वास्थ्य शिविर, और साफ-सफाई जैसे प्रयास।
UNV और IVD का योगदान
संयुक्त राष्ट्र स्वयंसेवक कार्यक्रम (UNV) हर साल IVD को बढ़ावा देने और जागरूकता फैलाने के लिए अभियान का आयोजन करता है। इसके तहत ऑनलाइन स्वयंसेवकों को भी सम्मानित किया जाता है, जो तकनीक के माध्यम से वैश्विक समस्याओं का समाधान देने में मदद करते हैं।
स्वयंसेवा एक व्यक्तिगत और सामुदायिक परिवर्तन का जरिया
• स्वयंसेवकों का योगदान केवल जरूरतमंदों की मदद तक सीमित नहीं है। वे समाज में एक नई सोच लाते हैं। जलवायु परिवर्तन, लैंगिक समानता, शिक्षा, और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर स्वयंसेवकों का काम महत्वपूर्ण होता है।
• अगर आप भी समाज में बदलाव लाना चाहते हैं, तो स्वयंसेवक बनकर शुरुआत करें। छोटी-छोटी कोशिशें बड़ी सफलता का आधार बनती हैं। आखिरकार, जैसे IVD 2024 की थीम कहती है, "मिलकर बदलाव के लिए काम करें!"