एक्सिस सिक्योरिटीज की जुलाई रिपोर्ट के अनुसार, उनकी 'टॉप पिक्स बास्केट' ने बीते तीन महीनों में 9.7% का रिटर्न दिया है, जबकि इस दौरान निफ्टी50 का रिटर्न 8.5% रहा। यानी इस बास्केट ने निफ्टी को 1.2% से पीछे छोड़ा है। अगर सिर्फ एक महीने की बात करें तो इसमें 3.7% की मजबूती दर्ज की गई है। लंबी अवधि की बात करें तो मई 2020 से अब तक इस बास्केट ने कुल 336% का रिटर्न दिया है, जो निफ्टी के 175% रिटर्न के मुकाबले कहीं ज्यादा है।
वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत बाजार में थोड़ी धीमी रहने की उम्मीद है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले महीनों में बाजार फिर से रफ्तार पकड़ सकता है। एक्सिस सिक्योरिटीज की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ खास सेक्टर्स और क्वालिटी स्टॉक्स पर ध्यान देने से निवेशकों को अच्छा मुनाफा मिल सकता है। कंपनी की टॉप पिक्स बास्केट ने बीते तीन महीनों में 9.7 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी ने इसी दौरान 8.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की। एक महीने की बात करें तो इस बास्केट ने 3.7 फीसदी का मुनाफा दिया।
मई 2020 से अब तक जबरदस्त रिटर्न
एक्सिस सिक्योरिटीज की टॉप पिक्स बास्केट ने मई 2020 से अब तक कुल 336 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि इसी समय निफ्टी ने 175 फीसदी का रिटर्न दिया। इसका मतलब है कि कंपनी की रणनीति ने बाजार से कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है।
नीतियों का असर दिखेगा FY26 में
रिपोर्ट में एक्सिस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड नीरज चड्ढा का कहना है कि भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत बनी हुई है और सरकार व रिजर्व बैंक की नीतियों से FY26 में ग्रोथ को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने बताया कि ब्याज दरों में संभावित कटौती, कैश रिजर्व रेश्यो में बदलाव, सरकारी खर्चों में तेजी और बजट में खपत को बढ़ावा देने जैसे फैसलों से बाजार को सहारा मिलेगा।
फरवरी के बाद बाजार में जबरदस्त रिकवरी
फरवरी 2025 के बाद से भारतीय शेयर बाजार में तेज रिकवरी देखने को मिली है। निफ्टी में लगभग 15 फीसदी की बढ़त आई है, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में क्रमशः 25 और 29 फीसदी की छलांग लगी है। ग्लोबल स्तर पर हालात सुधरने, तेल के दाम कम होने और घरेलू स्तर पर मजबूत मांग की वजह से यह तेजी देखने को मिली है। जून के महीने में भी स्मॉलकैप इंडेक्स में 5.7 फीसदी और मिडकैप में 4 फीसदी की तेजी रही, जबकि निफ्टी में 3.1 फीसदी की हल्की बढ़त देखी गई।
अब नजरें Q1FY26 के नतीजों पर
रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि आगे बाजार की दिशा काफी हद तक कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजों और उनके अनुमान पर निर्भर करेगी। अगर इन नतीजों में कोई बड़ी नकारात्मक खबर नहीं आती और नीतिगत अनिश्चितता भी कम रहती है, तो निफ्टी एक नया रिकॉर्ड बना सकता है। हालांकि, जुलाई और अगस्त के महीने बाजार के लिए थोड़े सीमित रह सकते हैं, जहां निवेशक सतर्क रह सकते हैं और मुनाफा वसूली देखने को मिल सकती है।
सेक्टर्स और शेयरों में हो रहा बदलाव
रिपोर्ट के मुताबिक, अब मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में फिर से निवेश के अवसर बढ़ते दिख रहे हैं। हालांकि, यह रिकवरी एक साथ नहीं होगी बल्कि चरणबद्ध तरीके से आएगी। एक्सिस सिक्योरिटीज ने अपनी टॉप पिक्स में बदलाव करते हुए ICICI बैंक में मुनाफा वसूली की है और बजाज फाइनेंस को शामिल किया है। बजाज फाइनेंस को ब्याज दरों में कटौती का सबसे अधिक फायदा हो सकता है।
घरेलू सेक्टर्स पर खास ध्यान
कंपनी का फोकस अब खास तौर पर उन सेक्टर्स पर है जो घरेलू खपत और निवेश से जुड़े हुए हैं। इनमें बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, टेलीकॉम, कंजम्प्शन, हॉस्पिटल और इंफ्रास्ट्रक्चर कैपेक्स जैसे सेक्टर शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे सेक्टर लंबी अवधि में निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकते हैं।
बेस केस में निफ्टी 26,300 तक पहुंच सकता है
एक्सिस सिक्योरिटीज ने मार्च 2026 तक के लिए निफ्टी का बेस केस लक्ष्य 26,300 अंक रखा है। यह लक्ष्य FY27 की अनुमानित कमाई को 20 गुना मूल्यांकन पर तय किया गया है। पहले यह मल्टीपल 19 गुना रखा गया था, जिसे अब बढ़ाकर 20 कर दिया गया है क्योंकि इंडेक्स में कुछ हाई वैल्यू स्टॉक्स जोड़े गए हैं।
बुल केस में टारगेट 27,600 तक
अगर बाजार में हालात बहुत अच्छे रहते हैं, वैश्विक स्तर पर उतार-चढ़ाव कम होता है और अमेरिका में सॉफ्ट लैंडिंग होती है, तो निफ्टी का टारगेट 21 गुना मूल्यांकन पर 27,600 अंक तक पहुंच सकता है।
नजर रहेंगी कंपनियों की गाइडेंस पर
आगे आने वाले समय में कंपनियों की गाइडेंस और बिजनेस आउटलुक पर निवेशकों की खास नजर रहेगी। अगर कंपनियों की तरफ से मजबूत गाइडेंस मिलती है, तो बाजार को इससे और ताकत मिल सकती है। वहीं, पॉलिसी स्टेबिलिटी भी निवेशकों का भरोसा कायम रखने में अहम भूमिका निभाएगी।