15 दिनों तक गिलोय का जूस पिएं, फिर देखें कैसे शरीर से दूर होंगी कई बीमारियाँ!

15 दिनों तक गिलोय का जूस पिएं, फिर देखें कैसे शरीर से दूर होंगी कई बीमारियाँ!
Last Updated: 11 नवंबर 2024

 गिलोय का जूस: 15 दिनों में सेहत में होगा जबरदस्त बदलाव! आजकल के समय में, लोग अपनी बिजी लाइफस्टाइल और खराब खानपान के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। इसी बीच, आयुर्वेद में कई ऐसे प्राकृतिक उपचार बताए गए हैं जो हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। गिलोय ऐसी ही एक जड़ी-बूटी है जिसे आयुर्वेद में कई बीमारियों का रामबाण माना जाता है। गिलोय का जूस पीने के अनेक फायदे हैं। अगर आप 15 दिनों तक नियमित रूप से गिलोय का जूस पीते हैं तो आप अपनी सेहत में कई सकारात्मक बदलाव देख सकते हैं। आइए जानते हैं कि इन बदलावों में क्या-क्या शामिल हैं...

स्वास्थ्य का अमृत आयुर्वेद में गिलोय को "अमृत" के समान माना जाता है। यह प्राचीन काल से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए उपयोग किया जाता रहा है। नियमित रूप से गिलोय का जूस पीने से कई लाभ (Giloy Juice Benefits) मिलते हैं, खासकर अगर इसे 15 दिनों तक नियमित रूप से पिया जाए। आइए जानते हैं कि कैसे गिलोय का जूस आपके स्वास्थ्य को लाभ (Drinking Giloy Juice On Empty Stomach) पहुंचा सकता है। गिलोय, जिसे तीता लता भी कहा जाता है, एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। इसमें कई औषधीय गुण (Benefits of Giloy) पाये जाते हैं जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-माइक्रोबियल और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी। इन गुणों के कारण, गिलोय का उपयोग बुखार, सर्दी, खांसी, डायबिटीज, जोड़ों का दर्द और त्वचा की बीमारियों के इलाज में किया जाता है।

गिलोय का जूस: 15 दिनों में मिलेंगे चमत्कारी फायदे

इम्युनिटी बूस्ट- गिलोय का जूस नियमित रूप से पीने से इम्यून पावर बढ़ती है, जिससे शरीर विभिन्न संक्रमणों से सुरक्षित रहता है।

बुखार और सर्दी- गिलोय में एंटी-पायरेटिक और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो बुखार और सर्दी के लक्षणों को कम करते हैं।

स्वस्थ पाचन तंत्र यह कब्ज, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है, पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखता है।

जोड़ों का दर्द- गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करते हैं।

त्वचा के रोग: गिलोय त्वचा रोगों जैसे एक्जिमा और सोरायसिस के इलाज में मदद करता है, त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाता है।

डायबिटीज- गिलोय ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।

तनाव और चिंता- गिलोय तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है।

दिल का स्वास्थ्य- गिलोय दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है, यह ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने और दिल की बीमारियों के खतरे को कम करता है।

गिलोय का जूस बनाने का तरीका

गिलोय का जूस बनाने के लिए आपको ताजे गिलोय के तने की आवश्यकता होती है। यहां बताया गया है कि आप इसे कैसे बना सकते हैं

सामग्री

ताजा गिलोय का तना (1-2 इंच लंबा)

पानी (1 कप)

शहद (स्वाद अनुसार, optional)

नींबू का रस (optional)

बनाने की विधि

सबसे पहले गिलोय के ताजे तने को अच्छे से धो लें। सुनिश्चित करें कि उस पर कोई गंदगी या कीटनाशक हो।

गिलोय के तने को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें, ताकि उसका रस आसानी से निकल सके।

अब इन छोटे टुकड़ों को मिक्सी में डालकर अच्छी तरह से पीस लें। अगर जरूरत हो, तो थोड़ा पानी भी डाल सकते हैं।

अब गिलोय के पेस्ट को छानने के लिए एक छलनी का उपयोग करें, ताकि उसका साफ रस निकल सके।

गिलोय का जूस छानने के बाद उसमें एक कप पानी मिलाएं। आप स्वाद अनुसार नींबू का रस और शहद भी मिला सकते हैं।

का ताजे जूस अब तैयार है। इसे तुरंत पीने की कोशिश करें ताकि इसके सभी लाभ मिल सकें।

सेवन का तरीका

इस जूस को रोज़ सुबह खाली पेट पीने से अधिक लाभ मिलता है।

यदि आपको इसका स्वाद कड़वा लगे, तो शहद या नींबू का रस मिलाकर सेवन करें।

नोट: गिलोय का जूस बनाते समय ताजे गिलोय का ही इस्तेमाल करें, क्योंकि सूखा गिलोय कम प्रभावी हो सकता है। अगर आप गिलोय का जूस पहली बार इस्तेमाल कर रहे हैं, तो किसी आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह लेना अच्छा रहेगा।

गिलोय का जूस सेवन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

1-2 चम्मच ही लें, अधिक सेवन से पेट की समस्याएं हो सकती हैं।

डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि गिलोय का असर हो सकता है।

किसी भी दवा के साथ सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

सुबह खाली पेट इसे पीना सबसे फायदेमंद है।

केवल ताजे गिलोय का जूस उपयोग करें, सूखा या मुरझाया गिलोय लें।

बच्चों को देने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

15-30 दिन तक इसका सेवन करें, तभी इसके फायदे दिखेंगे।

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