Mosam Update News: बंगाल, बिहार और उत्तराखंड में लगातार बारिश का अलर्ट, यूपी में खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं गंगा नदी, जानें अन्य राज्यों के हालात

Mosam Update News: बंगाल, बिहार और उत्तराखंड में लगातार बारिश का अलर्ट, यूपी में खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं गंगा नदी, जानें अन्य राज्यों के हालात
Last Updated: 15 सितंबर 2024

देश में लगातार हो रही भारी वर्षा से पूर्वी और उत्तरी राज्यों में जनजीवन काफी प्रभावित हो गया है। बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से बारिश जारी है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। वहीं गंगा, यमुना, राप्ती, घाघरा, और सरयू नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ हैं।

मौसम: भारत के कई राज्यों में लगातार हो रही भारी वर्षा से जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। बंगाल से लेकर बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड तक बारिश ने तबाही मचा दी है। उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना, घाघरा और सरयू नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हरिद्वार में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से महज 85 सेंटीमीटर नीचे है, जो गंभीर स्थिति का संकेत देता हैं।

उत्तराखंड में भूस्खलन और मलबा गिरने से चारधाम यात्रा के मार्ग गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। यमुनोत्री राजमार्ग उत्तरकाशी में पांच स्थानों पर भूस्खलन के कारण करीब 12 घंटे तक बंद रहा, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। गंगोत्री राजमार्ग भी सुबह दो घंटे तक बाधित रहा। बदरीनाथ राजमार्ग पर भूस्खलन के चलते 2200 से अधिक तीर्थयात्रियों को कई घंटों तक फंसे रहना पड़ा। पिथौरागढ़ में तवाघाट-लिपुलेख मार्ग, जो चीन सीमा को जोड़ता है, मलबा आने के कारण अवरुद्ध हो गया हैं।

UP में नदियों का जलस्तर बढ़ा

उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही भारी वर्षा से राज्य की प्रमुख नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। कानपुर देहात और फतेहपुर में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि फर्रुखाबाद और बदायूं में गंगा नदी खतरे के निशान तक पहुंच चुकी है। प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों ही नदियों का जलस्तर खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय प्रशासन और नागरिकों में चिंता बढ़ गई है। मुरादाबाद में स्थिति और भी गंभीर हो गई है, जहां लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर कोसी नदी का पानी पहुंच गया है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा हैं।

बहराइच में घाघरा और अयोध्या में सरयू नदी पहले ही खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं, जिससे आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है।मौसम की इस मार से फसलें भी बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। मुरादाबाद में भारी बारिश के कारण गन्ना और धान की करीब 50 प्रतिशत फसल को नुकसान होने की सूचना है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा हैं।

हिमाचल और बंगाल में बारिश का रेड अलर्ट

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे अवदाब के कारण पश्चिम बंगाल और ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्रों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे बाढ़ की संभावना और भी बढ़ गई है। इस स्थिति में मछुआरों को 16 सितंबर की सुबह तक समुद्र तटों से दूर रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि समुद्र में तूफानी स्थिति बनी हुई हैं।

हिमाचल प्रदेश में ऊंची चोटियों जैसे शिंकुला, बारालाचा, रोहतांग और कुंजुम में हल्का हिमपात हुआ है, जबकि अन्य क्षेत्रों में भी शुक्रवार देर रात से लगातार वर्षा हो रही है। राज्य में भारी बारिश के कारण 41 सड़कों पर यातायात बाधित हो गया है, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने रविवार को भी हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में और बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और खराब हो सकती हैं।

झारखंड और बिहार में एक फिर हुई मानसून की एंट्री

झारखंड में मानसून की वापसी के साथ भारी वर्षा का दौर जारी है। शनिवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में मध्यम से लेकर भारी बारिश हुई, और मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों तक इसी प्रकार की स्थिति बने रहने की भविष्यवाणी की है। पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, देवघर, दुमका, गोड्डा, गिरिडीह, धनबाद, पाकुड़, जामताड़ा और साहिबगंज में भारी बारिश की चेतावनी के साथ रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि रांची, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया हैं।

बिहार में भी सभी जिलों में वर्षा का व्यापक प्रभाव देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने रविवार को पटना, रोहतास, कैमूर, जहानाबाद, नालंदा, मुंगेर और भागलपुर में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके साथ ही जमुई, नवादा, गया, औरंगाबाद, अरवल और बांका के लिए अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे इन क्षेत्रों में बाढ़ और जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। बक्सर में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से एक मीटर नीचे रिकॉर्ड किया गया हैं।

मप्र में मिलेगी बारिश से राहत

मौसम विभाग के अनुसार अगले दो-तीन दिनों तक मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में वर्षा से राहत मिल सकती है। हालांकि, रीवा, जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों में बारिश जारी रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है, जिससे स्थानीय मौसम में नमी बनी रहेगी। छत्तीसगढ़ में सरगुजा और बिलासपुर संभाग के जिलों में भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में अधिक बारिश की संभावना है, जबकि राज्य के अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती हैं।

 

 

 

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