Weather Update: यूपी से लेकर राजस्थान तक बारिश का कहर, दिल्ली समेत कई राज्यों में IMD का Alert जारी

Weather Update: यूपी से लेकर राजस्थान तक बारिश का कहर, दिल्ली समेत कई राज्यों में IMD का Alert जारी
Last Updated: 13 सितंबर 2024

उत्तर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर वर्षा ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। IMD के अनुसार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा आज ऑरेंज अलर्ट पर हैं। उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। वहीं, उत्तराखंड में आज भारी वर्षा की संभावना को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है।

Delhi-NCR: उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों से हो रही लगातार भारी बारिश के चलते जनजीवन पर काफी प्रभाव पड़ा है। बारिश की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने कई जिलों में स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं, जिससे बच्चों और स्कूल स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। जलभराव और बाढ़ की स्थिति के कारण प्रशासन ने सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।

दिल्ली में भी लगातार बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे ट्रैफिक जाम और जनजीवन बाधित हो रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली में येलो अलर्ट जारी किया है, जो मध्यम स्तर की बारिश और सतर्कता बरतने की चेतावनी है।

इसके साथ ही उत्तराखंड में मौसम के अत्यधिक खराब होने की संभावना है। IMD ने 13 सितंबर को उत्तराखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जो कि भारी बारिश की संभावना की ओर इशारा करता है। राज्य के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

दिल्ली समेत कई राज्यों में अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर, और त्रिपुरा के लिए आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना है, और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

इन क्षेत्रों में बारिश का मुख्य कारण बांग्लादेश के ऊपर बने कम दबाव का क्षेत्र है, जो उत्तर-पूर्वी राज्यों में भारी बारिश ला रहा है। IMD ने मानसून की गतिविधियों को लेकर एक तात्कालिक चेतावनी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि मौजूदा मौसम प्रणाली अगले नौ घंटों तक उत्तर भारत के क्षेत्रों पर असर डालती रहेगी। इस चेतावनी के साथ लोगों को बारिश से होने वाली समस्याओं से निपटने और एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है।

राजस्थान में बारिश का कहर

राजस्थान के धौलपुर और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पार्वती बांध के 10 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप लगभग 50 गांवों में बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया है। पानी के बढ़ते स्तर से इन गांवों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है, और प्रशासन द्वारा लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के अनुसार, मध्य प्रदेश के ऊपर बने 'दबाव' का क्षेत्र अब दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ गया है। अगले 24 घंटों में यह प्रणाली और अधिक उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और धीरे-धीरे कमजोर होकर 'वेल मार्क लो प्रेशर' बनने की उम्मीद है। इससे बारिश की तीव्रता में कमी सकती है, लेकिन फिलहाल बारिश और जलस्तर में वृद्धि से प्रभावित इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है।

दिल्ली में बारिश का दौर जारी

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, शुक्रवार को दिन भर बादल छाए रहने की संभावना है, और कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। इसके साथ ही, 25 से 35 km/h की रफ्तार से हवाएं चलने की भी संभावना जताई जा रही है।

तापमान के मामले में, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है, जिससे मौसम थोड़ा ठंडा और आरामदायक रहेगा।

मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि वीकेंड तक बारिश का यह दौर समाप्त हो सकता है, जिससे अगले कुछ दिनों में मौसम साफ होने की संभावना है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून लौटने की संभावना

दक्षिण-पश्चिम मानसून के इस वर्ष 19 से 25 सितंबर के बीच देश से लौटना शुरू होने की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून आमतौर पर 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से हटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरे देश से पूरी तरह से वापसी कर लेता है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून हर साल 1 जून के आसपास केरल में प्रवेश करता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है। इस वर्ष भी मानसून सामान्य समय पर आया और अब इसके लौटने की प्रक्रिया शुरू होने की तैयारी है। मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से मानसून की वापसी के लिए 19 से 25 सितंबर के बीच परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।

मानसून में अब तक हो चुकी बारिश

देश में इस साल एक जून से शुरू हुए चार महीने के मानसून सीजन में अब तक 836.7 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा से 8 प्रतिशत अधिक है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, मानसून के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में वर्षा वितरण में असमानता रही है।

- पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में वर्षा सामान्य से 16 प्रतिशत कम हुई है।

- उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 4 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

- मध्य भारत में वर्षा 19 प्रतिशत अधिक रही है।

- दक्षिण भारत में यह आंकड़ा 25 प्रतिशत अधिक है, जो मानसून के बेहतर प्रदर्शन को दर्शाता है।

मौसम विभाग ने पहले ही इस मानसून सीजन में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना जताई थी, जो अधिकांश क्षेत्रों में सटीक साबित हुई है। अच्छी बारिश का यह आंकड़ा कृषि और जल संसाधनों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है, हालांकि कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश से बाढ़ और जलभराव जैसी समस्याएं भी सामने आई हैं।

 

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