Brahmanandam: ब्रह्मानंदम अपना जन्मदिन 1 फरवरी को मनाते हैं। उनका जन्म 1 फरवरी 1956 को आंध्र प्रदेश के पालनाडु जिले के चागांटी वारि पालेम गांव में हुआ था। ब्रह्मानंदम कन्नेगंटी भारतीय सिनेमा के सबसे चहेते और प्रतिष्ठित हास्य कलाकारों में से एक हैं। उनका जन्म 1 फरवरी 1956 को आंध्र प्रदेश के पालनाडु जिले के साटेनापल्ली तालुक स्थित चागांटी वारि पालेम गांव में हुआ था।
भले ही उनका परिवार आर्थिक दृष्टि से मजबूत नहीं था, लेकिन ब्रह्मानंदम ने कठिनाइयों को मात देते हुए अपनी पढ़ाई पूरी की और फिर अभिनय की दुनिया में अपना कदम रखा। आज वे न केवल तेलुगू फिल्मों में बल्कि हिंदी, तमिल और कन्नड़ सिनेमा में भी अपनी अद्भुत अभिनय क्षमता से दर्शकों का दिल जीत चुके हैं।
कॉमेडी के क्षेत्र में अनमोल योगदान
ब्रह्मानंदम का मानना था कि उनका जन्म ही हंसी पैदा करने के लिए हुआ है, और उन्होंने इसे अपने करियर में सच साबित भी किया। उनके अद्भुत हास्य अभिनय ने उन्हें एक विशेष पहचान दी। उनकी कला का जादू इतना असरदार था कि वे अपनी मिमिक्री और कॉमिक टाइमिंग से लोगों को हंसी के समुद्र में डुबो देते थे। कॉलेज के दिनों में भी ब्रह्मानंदम ने छात्रों को अपनी मिमिक्री से हंसाकर मनोरंजन किया। यही वह समय था, जब उन्होंने एक्टिंग की ओर रुझान दिखाया और एक नए सफर की शुरुआत की।
करियर की शुरुआत
ब्रह्मानंदम का अभिनय करियर चन्ताबाबाई नामक फिल्म से शुरू हुआ था। हालांकि, फिल्म में उनका रोल छोटा था, लेकिन उनकी एक्टिंग ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। उनका टैलेंट देख कर लोगों ने उन्हें सराहा और इसने उन्हें अभिनय की दुनिया में स्थायी पहचान दिलाई। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और तेलुगू सिनेमा में अपने शानदार अभिनय से लोगों का दिल जीता।
गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज नाम
आज ब्रह्मानंदम का नाम दुनिया के सबसे बड़े हास्य कलाकारों में लिया जाता है। उन्हें भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए 2009 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनकी असाधारण कड़ी मेहनत और उनके अद्भुत हास्य अभिनय ने उन्हें जीवित अभिनेताओं में सबसे अधिक फिल्में करने का रिकॉर्ड दिलाया। वे गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में सबसे अधिक फिल्में करने वाले अभिनेता के रूप में दर्ज हैं। इस उपलब्धि ने उन्हें ना केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में एक विशेष स्थान दिलाया।
हिंदी सिनेमा में भी ब्रह्मानंदम की उपस्थिति
ब्रह्मानंदम का अभिनय केवल तेलुगू फिल्मों तक सीमित नहीं था। उन्होंने हिंदी सिनेमा में भी अपनी छाप छोड़ी है। उनकी सबसे मशहूर उपस्थिति अमिताभ बच्चन की फिल्म 'सूर्यवंशम' में डॉक्टर की भूमिका में थी। इसके अलावा उन्होंने कई अन्य बॉलीवुड फिल्मों में भी छोटे लेकिन यादगार रोल किए हैं। उनकी कॉमिक टाइमिंग और अद्भुत अभिनय ने हिंदी दर्शकों के बीच भी अपनी लोकप्रियता बढ़ाई हैं।
ब्रह्मानंदम का निजी जीवन
ब्रह्मानंदम का जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ था। हालांकि उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई को जारी रखा। ब्रह्मानंदम का कहना है कि उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि वे एक दिन सिनेमा की दुनिया में इस मुकाम तक पहुंचेंगे। उनकी सफलता उनके अथक प्रयासों और कड़ी मेहनत का परिणाम हैं।
फीस और मान्यता
ब्रह्मानंदम की फीस का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि साल 2015 में उन्होंने अपनी फीस बढ़ाकर 1 करोड़ रुपए कर दी थी। यह आंकड़ा हिंदी फिल्मों के बड़े सितारों की फीस के बराबर है। उनका यह कदम उनके अभिनय के प्रति दर्शकों और फिल्म इंडस्ट्री द्वारा दी गई मान्यता को दर्शाता है। वे आज भी फिल्मों में एक अहम चेहरा माने जाते हैं और उनके हास्य अभिनय की एक अलग ही पहचान हैं।
ब्रह्मानंदम की फिल्में
ब्रह्मानंदम ने अपने करियर में लगभग 1000 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है। उनकी फिल्मों में न केवल हास्य बल्कि विभिन्न प्रकार के किरदार भी देखने को मिलते हैं। उनकी फिल्मों की लिस्ट लंबी है और इसमें कई बड़ी हिट फिल्में शामिल हैं, जिनमें उन्होंने अपने शानदार अभिनय से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
ब्रह्मानंदम एक ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से कॉमेडी के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ। उनकी फिल्मों और अभिनय ने भारतीय सिनेमा में हास्य को एक नई पहचान दी। वे न केवल एक महान अभिनेता हैं, बल्कि भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि अगर इच्छाशक्ति मजबूत हो तो कोई भी कठिनाई मंजिल को प्राप्त करने में रुकावट नहीं डाल सकती। ब्रह्मानंदम का करियर एक प्रेरणा है और उनकी फिल्मों का जादू दर्शकों पर हमेशा रहेगा।