पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ इस वक्त अपने दिल-लुमिनाती टूर के कारण सुर्खियों में हैं, जो दिल्ली से शुरू होकर अब पुणे तक पहुंच चुका है। दिलजीत का म्यूजिक कॉन्सर्ट हमेशा ही बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाता है, जहां उनके फैन्स लाखों की संख्या में जुटते हैं। हालांकि, पुणे में इस बार एक अनोखा बदलाव देखने को मिला। पुणे में आयोजित दिलजीत के शो में ऑडियंस को उनके खास पटियाला पेग का लुत्फ नहीं मिल सका। दरअसल, महाराष्ट्र के आबकारी विभाग ने इस कॉन्सर्ट में शराब परोसने की अनुमति रद्द कर दी थी, जो शो से ठीक पहले हुआ। आइए जानते हैं, क्या है इस फैसले के पीछे की पूरी कहानी।
आबकारी विभाग का फैसला
रविवार, 24 नवंबर को पुणे के कोथरूड इलाके में दिलजीत दोसांझ का शो आयोजित हुआ, जहां हमेशा की तरह उनकी कॉन्सर्ट्स में भारी भीड़ देखने को मिली। लेकिन इस बार शो में एक असाधारण बदलाव हुआ। राज्य के आबकारी विभाग ने कॉन्सर्ट में शराब परोसने के लिए दी गई अनुमति को रद्द कर दिया। सूत्रों के अनुसार, स्थानीय भाजपा विधायक चंद्रकांत पाटिल और अन्य संगठनों ने इस मामले में विरोध जताया था, और इसे इलाके की संस्कृति और अन्य निवासियों के खिलाफ बताया था।
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें आयोजन स्थल से एक आवेदन मिला था जिसमें इस कार्यक्रम में शराब परोसने की अनुमति न देने की मांग की गई थी। इसके बाद विभाग ने इस पर निर्णय लिया और शराब परोसने का परमिट रद्द कर दिया। हालांकि, इस फैसले के बावजूद कॉन्सर्ट में भारी भीड़ उमड़ी और दर्शकों ने दिलजीत के लाइव प्रदर्शन का आनंद लिया।
शराब को लेकर पहले भी विवाद
यह पहली बार नहीं है जब दिलजीत दोसांझ का म्यूजिक कॉन्सर्ट शराब को लेकर विवादों में रहा हो। हाल ही में हैदराबाद में एक शो के दौरान भी दिलजीत के गानों में शराब और ड्रग्स को लेकर विवाद उठ चुका था। तेलंगाना सरकार ने इस मुद्दे पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि दिलजीत के गाने शराब और हिंसा को बढ़ावा देते हैं। इस पर दिलजीत को नोटिस भी जारी किया गया था।
दिलजीत ने इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि वह शराब पर गाने बनाने को लेकर नहीं सोचते, लेकिन अगर सरकार शराब पर प्रतिबंध लगाती है तो वह इसे सम्मान देंगे और गाने बनाने से बचेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर देश के सभी राज्य शराब पर प्रतिबंध लगा देते हैं तो वह शराब पर गाने नहीं बनाएंगे।
पुणे शो में शराब पर रोक के कारण
पुणे में दिलजीत के शो से ठीक पहले शराब पर प्रतिबंध लगाने का कारण सामाजिक विरोध था। स्थानीय राजनीतिक दलों और संगठनों ने इस फैसले का विरोध किया और इसे पुणे शहर की संस्कृति के खिलाफ बताया। चंद्रकांत पाटिल समेत कुछ अन्य नेताओं ने दावा किया कि शराब का परोसा जाना इस इलाके की परंपरा और संस्कृति के खिलाफ है। इसके बाद राज्य के आबकारी विभाग ने इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए आयोजकों को सूचित किया कि शराब परोसने की अनुमति रद्द कर दी गई हैं।
दिलजीत के टूर का प्रभाव
हालांकि शराब पर प्रतिबंध का असर दिलजीत के शो की भीड़ पर नहीं पड़ा, और उन्होंने हजारों फैन्स के सामने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। दिलजीत का दिल-लुमिनाती टूर अब भी जारी है, और इसके अगले स्टॉप कोलकाता, बेंगलुरु, इंदौर, चंडीगढ़ और गुवाहाटी होंगे। इन शहरों में दिलजीत अपने फैंस के लिए एक और शानदार परफॉर्मेंस देने के लिए तैयार हैं।
इस विवाद ने यह सवाल उठाया है कि क्या कलाकारों को अपने शो में शराब परोसने की अनुमति दी जानी चाहिए या नहीं, खासकर जब उनके संगीत में शराब और ड्रग्स के बारे में गाने होते हैं। इस मामले ने यह भी दर्शाया कि कैसे स्थानीय सांस्कृतिक और राजनीतिक विचारधाराएं कलाकारों के कार्यक्रमों को प्रभावित कर सकती हैं।
दिलजीत का दिल-लुमिनाती टूर सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में है। फैन्स उनके संगीत का लुत्फ उठा रहे हैं, जबकि दिलजीत अपने गानों और परफॉर्मेंस से सभी को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं। अगले कुछ हफ्तों में इस टूर का असर और बढ़ेगा, क्योंकि यह देशभर में और अधिक शहरों तक पहुंचेगा।
अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में क्या शराब पर इस तरह के प्रतिबंध और भी शहरों में लागू होते हैं, या यह सिर्फ एक विशेष घटना बनकर रह जाएगा।