Preity Zinta Birthday: प्रीति जिंटा बॉलीवुड की चुलबुली स्टार का शानदार सफर, जानें उनकी यात्रा और अभिनय में योगदान

Preity Zinta Birthday: प्रीति जिंटा बॉलीवुड की चुलबुली स्टार का शानदार सफर, जानें उनकी यात्रा और अभिनय में योगदान
अंतिम अपडेट: 3 घंटा पहले

Preity Zinta: प्रीति जिंटा अपना जन्मदिन 31 जनवरी को मनाती हैं। वे 31 जनवरी 1975 को हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर में जन्मी थीं। प्रीति जिंटा, जिनका जन्म 31 जनवरी 1975 को हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर में हुआ, भारतीय सिनेमा की एक महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। 

उनका परिवार एक राजपूत परिवार था, और उनके पिता दुर्गानंद जिंटा भारतीय थलसेना में अधिकारी थे। एक दुखद घटना ने प्रीति के जीवन को बदल दिया जब वे 13 वर्ष की आयु में अपने पिता को एक कार दुर्घटना में खो बैठी। इस दुखद घटना के बाद प्रीति ने अपने जीवन में गंभीरता और समझदारी को अपनाया। उनका मानना था कि इस दुखद समय ने उन्हें अधिक परिपक्व और समझदार बना दिया।

प्रीति ने अपनी शिक्षा शिमला के कॉन्वेंट ऑफ़ जीज़स एंड मेरी स्कूल से की। बचपन में वे बेहद खेल-कूद वाली और सक्रिय छात्रा थीं। बास्केटबॉल उनके पसंदीदा खेलों में से एक था। उच्च शिक्षा के लिए प्रीति ने सेंट बेडेज़ कॉलेज में दाखिला लिया और वहाँ से अंग्रेजी ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर की उपाधी भी हासिल की। इस दौरान उनका रुचि मॉडलिंग में बढ़ी, और उन्होंने विज्ञापनों में काम करना शुरू किया।

करियर की शुरुआत

प्रीति जिंटा के फिल्मी करियर की शुरुआत 1998 में फिल्म "दिल से..." से हुई, जिसमें उन्होंने शाहरुख़ ख़ान और मनीषा कोइराला के साथ काम किया। इस फिल्म में उनका छोटा लेकिन प्रभावशाली रोल था, और इसके लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेत्री के रूप में नामांकित किया गया। उसी वर्ष, उनकी दूसरी फिल्म "सोल्जर" भी रिलीज़ हुई, जिसने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया और प्रीति को फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ नई अदाकारा का पुरस्कार दिलवाया।

मुख्य अभिनय और सफलता

प्रीति ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनानी शुरू की, और जल्द ही वे हिंदी सिनेमा की प्रमुख अदाकाराओं में शामिल हो गईं। 2000 में आई फिल्म "क्या कहना" में प्रीति ने एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया, जो समाज की सोच के खिलाफ जाकर एक युवा गर्भवती मां बनने का फैसला करती है। यह फिल्म दर्शकों के दिलों में घर कर गई और प्रीति की अभिनय क्षमता को एक नई ऊँचाई तक पहुंचाया। इसके बाद, उनकी फिल्म "मिशन कश्मीर" (2000) ने भी बॉक्स ऑफिस पर सफलता प्राप्त की, और समीक्षकों ने उनकी परफॉर्मेंस की सराहना की।

2001 में आई फिल्म "दिल चाहता है", जिसमें प्रीति जिंटा ने शालिनी का किरदार निभाया, ने भारतीय सिनेमा में नई सोच और विचारधारा को प्रस्तुत किया। इस फिल्म में युवा जीवन के उतार-चढ़ाव को चित्रित किया गया था, और प्रीति की भूमिका को भी सराहा गया।

प्रमुख हिट फिल्में और अंतरराष्ट्रीय पहचान

प्रीति जिंटा ने 2003 में रिलीज़ हुई फिल्म "कोई मिल गया" में काम किया, जो भारतीय सिनेमा की एक काल्पनिक विज्ञान पर आधारित सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक बन गई। इस फिल्म में प्रीति का किरदार निशा एक विशेष रूप से प्यारी भूमिका थी, और इसने उन्हें भारतीय दर्शकों के बीच एक नई पहचान दिलाई। उसी वर्ष, "कल हो ना हो" में उनकी भूमिका ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिलवाया।

"वीर-ज़ारा" (2004) में प्रीति का अभिनय भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सबसे प्रिय और आलोचकों द्वारा सराहा गया। यह फिल्म शाहरुख़ ख़ान और रानी मुखर्जी के साथ उनकी बेहतरीन जोड़ी को प्रस्तुत करती है, और इसके लिए उन्हें फिर से आलोचकों से सराहना मिली।

व्यक्तिगत जीवन और सामाजिक कार्य

प्रीति जिंटा का जीवन सिर्फ फिल्मों तक सीमित नहीं है। उन्होंने अपने सामाजिक कार्यों में भी काफी योगदान दिया है। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रही हैं और कई चैरिटी के लिए काम किया है। इसके अलावा, प्रीति जिंटा बीबीसी न्यूज़ ऑनलाइन के लिए लेख भी लिखती हैं।

उन्हें 2008 में एक कनेडियाई फिल्म "हेवन ऑन अर्थ" में अभिनय करने का अवसर मिला, जो उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर का अहम मोड़ था। इस फिल्म में उनके अभिनय को भी सराहा गया और उन्हें शिकागो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का सिल्वर ह्यूगो पुरस्कार प्राप्त हुआ।

व्यक्तिगत संपत्ति और अन्य व्यवसाय

प्रीति जिंटा एक सफल फिल्म अभिनेत्री होने के अलावा एक सफल बिजनेसवुमन भी हैं। 2014 में उन्होंने अपने पति नेस वाडिया के साथ मिलकर इंडियन प्रीमियर लीग की क्रिकेट टीम "किंग्स XI पंजाब" का मालिकाना हक प्राप्त किया। इसके साथ ही उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी, पीज़ेडएनज़ेड इंडिया की भी शुरुआत की।

प्रीति जिंटा ने अपने अभिनय के अलावा अपनी अनूठी पहचान और सशक्त भूमिका से भारतीय सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने हर भूमिका को अपनी चुलबुली और आकर्षक अदाकारी से जीवंत किया और दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई। उनका करियर और व्यक्तिगत जीवन दोनों ही प्रेरणादायक हैं, और उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में एक नई दिशा दिखाई हैं।

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