भारतीय टेलीविजन की दुनिया में कई ऐसे शो हैं, जिन्हें दर्शक आज भी याद करते हैं। इन्हीं में से एक है स्टार प्लस का मशहूर सीरियल "सपना बाबुल का... बिदाई" (Sapna Babul Ka... Bidaai), जिसने 2007 में छोटे पर्दे पर अपनी शुरुआत की थी।
एंटरटेनमेंट: 90 के दशक के बाद स्टार प्लस ने भारतीय टीवी धारावाहिकों में अपनी पकड़ मज़बूत कर ली है और इसके कई शो आज भी दर्शकों की यादों में जीवित हैं। इसी कड़ी में ‘सपना बाबुल का... बिदाई’ भी शामिल है, जो अपने समय का सबसे चर्चित डेली सोप साबित हुआ। इस शो में रागिनी के किरदार को निभाने वाली अभिनेत्री ने 18 सालों में अपना लुक पूरी तरह बदल लिया है।
उनका ट्रांसफॉर्मेशन इतना अलग है कि पुराने फैंस उन्हें पहचानने में मुश्किल महसूस कर सकते हैं। यह बदलाव उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में हुए बदलावों का असर भी दर्शाता है, और यह दर्शकों के लिए चौंकाने वाला अनुभव साबित हो रहा है।
कौन थीं ‘रागिनी’?
‘बिदाई’ में रागिनी एक ऐसी लड़की के रूप में दिखाई गई थी, जो अपने सांवले रंग की वजह से समाज में भेदभाव का सामना करती है। शो में यह दिखाया गया कि किस तरह सुंदरता और रंग-रूप को लेकर सामाजिक दबाव एक लड़की की ज़िंदगी को प्रभावित करता है। इस किरदार ने पारुल चौहान को रातों-रात लोकप्रिय बना दिया। ‘रागिनी’ के रूप में पारुल को पूरे भारत के दर्शकों का प्यार मिला। उनका यह किरदार सीरियल की रीढ़ की हड्डी माना जाता था।
पारुल चौहान के एक्टिंग करियर की शुरुआत और सफर
आज जब आप पारुल चौहान को देखेंगे, तो शायद विश्वास करना मुश्किल हो जाएगा कि यह वही संस्कारी रागिनी हैं। पारुल ने पिछले कुछ वर्षों में खुद को पूरी तरह से बदल लिया है। अब वह अपनी इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर बोल्ड और ग्लैमरस अवतार में नज़र आती हैं। उनकी ताज़ा तस्वीरें और वीडियोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं। फैंस उनकी पोस्ट पर जमकर लाइक और कमेंट करते हैं। पारुल की यह स्टाइलिश और कॉन्फिडेंट पर्सनैलिटी उनके पुराने ऑन-स्क्रीन इमेज से बिल्कुल अलग है।
पारुल चौहान ने अपने करियर की शुरुआत “सपना बाबुल का... बिदाई” से की थी। इस शो के बाद वह कई डेली सोप और रियलिटी शोज़ का हिस्सा बनीं। उनके करियर की खास उपलब्धियों में शामिल हैं:
- झलक दिखला जा 3 – डांस रियलिटी शो में अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीता।
- रिश्तों से बंधी प्रथा – यहां उन्होंने एक गंभीर और चुनौतीपूर्ण किरदार निभाया।
- अमृत मंथन – इस सीरियल ने उन्हें अलग तरह की पहचान दिलाई।
- पुनर्विवाह – दर्शकों ने उनके अभिनय को खूब सराहा।
- मिलके भी हम न मिले – इसमें भी उनकी एक्टिंग को सराहनीय माना गया।
पारुल चौहान का सफर बेहद दिलचस्प है। टीवी की संस्कारी बहू से लेकर आज के दौर की फैशन आइकन तक उनका यह ट्रांसफॉर्मेशन प्रेरणादायक है। उन्होंने साबित कर दिया कि वक्त और मेहनत इंसान की शख्सियत को पूरी तरह बदल सकते हैं।