कल्याण महाकुंभ के सातवें दिन, ठाकुरजी को 21 पदार्थों से अभिषेक किया गया, जिसके साक्षी कई भक्त थे। मंगला दर्शन के साथ रुद्राभिषेक की परंपरा भी चलती रही। महाकुंभ पर्व में वेदपीठ पर कल्याण नगरी के पंच देवों और राजाधिराज ठाकुर जी कल्लाजी का नित्य श्रृंगार प्रदर्शन हो रहा है, जो अनेक श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है।
उत्सव के सातवें दिन, ठाकुर जी को रंग-बिरंगे फूलों से सजी सुनहरी आभा में भगवान वेंकटेश के रूप में प्रस्तुत किया गया। श्रृंगार और बड़े छप्पनभोग से स्वामी जी प्रसन्न हुए। वेदपीठ और उससे जुड़े भक्तों का आशीर्वाद रहा और वेदपीठ के ट्रस्टियों ने व्यासपीठ का पूजन किया। शाम को व्यासपीठ महाआरती के दौरान अनेक जनप्रतिनिधि व वेदपीठ के ट्रस्टी व पदाधिकारी मौजूद रहे और आगन्तुक अतिथियों का स्वागत व आशीर्वाद किया गया।