बिहार के बरौनी जंक्शन पर रेलवे कर्मचारी की मौत की जांच रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया कि शंटिंग ऑपरेशन के दौरान प्वाइंट्समैन अमर कुमार और मोहम्मद सुलेमान के बीच तालमेल की कमी के कारण यह हादसा हुआ।
Bihar News: बिहार के बरौनी जंक्शन पर शंटिंग के दौरान तालमेल की कमी के कारण एक प्वाइंट्समैन की दर्दनाक मौत हो गई। रेलवे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट में यह हादसा शंटिंगमैन अमर कुमार और मोहम्मद सुलेमान के बीच सही तालमेल न होने की वजह से बताया गया है। शनिवार को इंजन और बोगी को अलग करते समय अमर कुमार फंस गए और दबकर उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि शंटिंग प्रक्रिया के दौरान सुलेमान ने ड्राइवर को गलत संदेश भेजा, जिससे अमर कुमार की जान चली गई। सुलेमान को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
हादसे की जांच में नया खुलासा
शंटिंग ऑपरेशन के दौरान, सुलेमान ने बताया कि उन्होंने और अमर ने कपलर हटाकर इंजन और बोगी को अलग किया था, लेकिन इसके बाद अचानक इंजन पीछे की ओर खिसक गया। सुलेमान का कहना था कि उन्होंने ड्राइवर को कोई इशारा नहीं दिया, फिर भी ड्राइवर ने इंजन को रिवर्स किया, जिससे अमर कुमार बफर्स के बीच फंस गए और उनकी दुखद मौत हो गई।
बताया गया कि लगभग घटना के दो घंटे बाद शव को निकाला गया और उसे प्लेटफार्म पर रखा गया था। बफर, जो ट्रेन के इंजन और कोच के दोनों सिरों पर लगा हुआ एक उपकरण है, जो दो बोगियों के बीच टकराव के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। इस घटना के बाद, बरौनी जंक्शन के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की गई, जिसमें यह घटना सुबह 8:29 बजे होती हुई दिखाई दी।
सीनियर लेवल पर जांच के दिए आदेश
रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस नंबर 15204 सुबह 8:10 बजे बरौनी जंक्शन पर पहुंची, जहां स्टेशन मास्टर ने अमर कुमार और मोहम्मद सुलेमान को इंजन और कोच को अलग करने का काम सौंपा। इस प्रक्रिया के दौरान, अमर कुमार फंस गए और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद, शव को सुबह 10:15 बजे इंजन और कोच को अलग कर निकाला गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। रेल अधिकारियों ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए सीनियर लेवल पर जांच के आदेश दिए हैं।
मृतक कर्मचारी को मिलेगा मुआवजा
घटना के बाद डीआरएम विवेक भूषण ने कहा कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में इस तरह के हादसे से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। मृतक कर्मचारी की मौत के बाद रेलवे के प्रावधानों के तहत मुआवजा भी दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मृतक अमर कुमार ने अपने पिता के निधन के बाद 2021 में अनुकंपा पर रेलवे में नौकरी जॉइन की थी।