पंजाब में चंडीगढ़ मेयर चुनाव विवाद को लेकर राजनीतिक पार्टियों में घमासान मचा हुआ है. आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत को फर्जी बताया है. राजनीतिक पार्टियों ने मेयर चुनाव को फर्जी बताते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. बताया कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट (SC) में मेयर विवाद को लेकर सुनवाई है, लेकिन सुनवाई से पहले नगर निगम मेयर मनोज सोनकर के इस्तीफा देने की बात सामने आई हैं।
भाजपा ने की फिर से मेयर चुनाव की पेशकश
Subkuz.com की मीडिया को पार्टी के सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों को भाजपा में शामिल करके मेयर चुनाव में अपने सदस्यों के वोटों की संख्या को बढ़ाना चाहती है. भाजपा सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले वर्तमान मेयर मनोज सोनकर का इस्तीफा दिलवा सकती हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा कांग्रेस के कुछ पार्षदों से संपर्क कर रही है, ताकि कांग्रेस के भी पार्षद को भी भाजपा में शामिल कर सकें। भाजपा ऐसा इसलिए कर रही है कि फिर से मेयर चुनाव की पेशकश करके अपने ही उम्मीदवार को विजय बना सके। भारतीय जनता पार्टी मनोज सोनकर को मेयर पद से इस्तीफा दिलाकर फिर से पार्टी का उम्मीदवार नहीं बनाना चाहती हैं।
भाजपा पार्षदों की सुनवाई से पहले बैठक
जानकारी के अनुसार नगर निगम में इस समय 35 पार्षद है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले रविवार को सभी भाजपा पार्षदों की पंचकूला के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में आपातकालीन बैठक बुलाई गई है. बैठक में राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े भी उपस्थित रहेंगे। बताया है कि मेयर चुनाव विवाद को सुलझाने की जिम्मेवारी राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे को दी गई हैं।
भाजपा ने दिया पार्षदों को ये ऑफर
पार्टी के सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों को बीजेपी ज्वाइन करने का निमंत्रण मिला है. पार्टी ने तीन में से एक पार्षद को मेयर पद का उम्मीदवार बनाने का ऑफर दिया गया है. बताया है कि मेयर का पद आरक्षित वर्ग के लिए रिजर्व है. भाजपा में शामिल होने वाले AAP के तीन पार्षदों में दो महिला पार्षद है, जो आरक्षित वर्ग से संबंधित हैं।
जानकारी मिली है कि भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के पार्षद जसबीर सिंह बंटी को भी भाजपा में शामिल होने का ऑफर देते हुए कहां कि अगर वह बीजेपी में शामिल हो जाते है, तो उन्हें चुनाव में मेयर पद का उम्मीदवार बना दिया जाएगा। बताया कि अगर आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो जाते है, तो बीजेपी पार्षदों की संख्या 18 हो जाएगी। जिससे वह आसानी से मेयर चुनाव जित सकती हैं।