भारी बारिश के कारण आंध्र प्रदेश के विभिन्न शहरों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। सड़कें जलमग्न हो गई हैं और कई कॉलोनियों में पानी भर चुका है, जिससे लोग रातभर बिना सोए गुजारने पर मजबूर हैं। अनेक जिलों में तालाब और झीलें उफान पर हैं। विजयवाड़ा में भूस्खलन के कारण पांच लोगों की जान चली गई। इसके अलावा, पूर्वी राजस्थान में भी भारी बारिश की घटनाएं देखी गई हैं।
Gujarat: आंध्र प्रदेश, राजस्थान, और गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है, जिससे अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। आंध्र प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि गुजरात में बाढ़ के कारण 26 लोगों की जान चली गई है, जिससे दोनों राज्यों में कुल 36 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा और गुंटूर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं, जहां भारी बारिश के कारण आवासीय इलाकों में पानी भर गया है, जिससे जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। इस संकट के चलते रेलवे ने 20 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 30 ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया है, ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और संभावित दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
बारिश के कारण सड़क मार्ग बंद
कृष्णा और गुंटूर जिलों में भारी बारिश के कारण तालाब और झीलें उफान पर हैं, जिससे आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। विजयवाड़ा, अमरावती, मंगलागिरी, गुंटूर और एलुरु में कई सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे वाहनों का आवागमन बाधित हो गया है और सामान्य जनजीवन ठप हो गया है।
इस भारी बारिश ने पूरे क्षेत्र में जनजीवन को प्रभावित किया है, जिससे लोगों को अपने घरों में ही रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है। प्रशासन द्वारा राहत कार्य जारी है, लेकिन लगातार बारिश और जलभराव के चलते स्थिति को सामान्य करने में समय लग सकता है।
विजयवाड़ा में बारिश का कहर
IMD के अनुसार, विजयवाड़ा में पिछले दो दशकों में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिससे शहर में अभूतपूर्व जलभराव हो गया है। सड़कों पर 3 से 5 फीट तक पानी भर जाने के कारण शहर का जनजीवन लगभग ठप हो गया है, और लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं। इस गंभीर स्थिति ने लोगों की दैनिक गतिविधियों को बुरी तरह प्रभावित किया है, और राहत कार्यों में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
आंध्र प्रदेश राज्य विकास योजना सोसाइटी के अनुसार, गुंटूर जिले के मंगलगिरी में शनिवार को 278.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो इस क्षेत्र के लिए अत्यधिक बारिश मानी जाती है। यह भारी बारिश न केवल शहरों में बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी बाढ़ जैसी स्थितियों का कारण बन रही है।
कैसा रहा आज का मौसम
आंध्र प्रदेश में शनिवार से हो रही भारी बारिश और इससे जुड़े हादसों में अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है। विजयवाड़ा के मोगलराजपुरम में भूस्खलन की घटना सबसे अधिक त्रासदीपूर्ण रही, जिसमें पांच लोगों की मृत्यु हो गई और चार अन्य घायल हो गए।
हालांकि, रविवार (1 सितंबर) को बारिश की तीव्रता में कुछ कमी आई है, जिससे स्थिति में थोड़ी राहत मिली है। लेकिन पिछले दिनों की भारी बारिश और इससे उत्पन्न बाढ़ जैसी स्थितियों ने कई क्षेत्रों में व्यापक नुकसान पहुंचाया है।
आंध्रप्रदेश में तेज बारिश से जलभराव
आंध्र प्रदेश में कई आवासीय कॉलोनियाँ जलमग्न हो गई हैं। निवासियों का कहना है कि उन्हें रातभर बिना सोए गुजरनी पड़ी। लोगों ने यह भी शिकायत की है कि प्रशासन द्वारा कोई सहायता नहीं मिली है। भोजन और पानी की गंभीर कमी उत्पन्न हो गई है। उल्लेखनीय है कि बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण आंध्र प्रदेश में भारी बारिश हुई है। हालांकि, यह दबाव रविवार की सुबह कलिंगपट्टनम के तट को पार कर चुका है।
पूर्वी राजस्थान में मानसूनी बारिश
पूर्वी राजस्थान में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। रविवार सुबह 8:30 बजे तक पिछले 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, पाली और सिरोही जिलों में जोरदार बारिश हुई है। पाली जिले के सुमेर में सर्वाधिक 78 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार, राज्य का सर्वाधिक तापमान धौलपुर और बीकानेर में 37.2 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान धौलपुर में 28.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
इस साल औसत से अधिक बारिश का रिकॉर्ड
1 जून से मानसून की शुरुआत के बाद, राजस्थान के सभी जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश देखी गई है। इस अवधि के दौरान, औसत 376 मिमी बारिश के मुकाबले 561.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
गुजरात में अब तक २6 की मौत
गुजरात के विभिन्न शहरों में वर्षा के कारण हुए हादसों में अब तक 26 लोगों की जान चली गई है। इस बीच, 18,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। इसके अलावा, 1200 लोगों को भी बचाया गया है। वडोदरा और कच्छ में बाढ़ की स्थिति सबसे अधिक गंभीर है, जहां घरों की छतों तक मगरमच्छ देखे गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से दो बार फोन पर बात की और स्थिति की जानकारी ली।
बारिश के कारण 20 ट्रेनें रद्द
मिली जानकारी के अनुसार, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर पटरियों में पानी भर जाने से ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। दक्षिण मध्य रेलवे ने रविवार को 20 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया और 30 से ज्यादा ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया। इस स्थिति के मद्देनजर रेलवे ने सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
हेल्पलाइन नं. जारी
- हैदराबाद: 27781500
- वारंगल: 27782751
- काजीपेट: 27782660
- खम्मन: 27782885
रद्द की गई ट्रेनें:
12713: विजयवाड़ा - सिकंदराबाद
12714: सिकंदराबाद - विजयवाड़ा
17201: गुंटूर - सिकंदराबाद
17233: सिकंदराबाद - सिरपुर कागजनगर
12706: सिकंदराबाद - गुंटूर
12705: गुंटूर - सिकंदराबाद
डायवर्ट की गई ट्रेनें:
20811: विशाखापत्तनम - नांदेड़
12739: विशाखापत्तनम - तिरूपति
03241: दानापुर - बेंगलुरु
12642: निजामुद्दीन - कन्याकुमारी
11019: सीएसटी मुंबई - भुवनेश्वर
11020: भुवनेश्वर - सीएसटी मुंबई
18519: विशाखापत्तनम - एलटीटी मुंबई
12727: विशाखापत्तनम - हैदराबाद
12759: तांबरम - हैदराबाद