जम्मू-कश्मीर में बीजेपी विधायक दल का नेता चुनने के लिए एक बैठक श्रीनगर में आयोजित की जाएगी। बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में 29 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है।
Jammu-Kashmir Politics: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जम्मू इकाई लगभग छह साल बाद चार नवंबर से शुरू हो रहे जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पहले सत्र से पहले अपने विधायक दल के नेता का चयन करेगी। इसके लिए रविवार को श्रीनगर में एक महत्वपूर्ण बैठक होगी। हाल ही में संपन्न जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 29 सीटों पर जीत दर्ज की, जो राज्य के विधानसभा चुनावों में पार्टी का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
बीजेपी विधायक देवेंद्र सिंह राणा का निधन
नगरोटा से 30,000 से अधिक मतों के अंतर से विजयी रहे बीजेपी विधायक देवेंद्र सिंह राणा का गुरुवार को बीमारी के कारण निधन हो गया। उन्हें जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा था। “जम्मू की आवाज” के नाम से मशहूर राणा ने अपने करीबी सहयोगी और पूर्व मंत्री एसएस सलाथिया के साथ अक्टूबर 2021 में नेशनल कॉन्फ्रेंस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था। पिछले महीने बीजेपी के संसदीय बोर्ड ने जम्मू-कश्मीर में विधायक दल के नेता का चयन करने के लिए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।
आज श्रीनगर में अहम बैठक
जम्मू-कश्मीर में बीजेपी विधायक दल के नेता के चयन को लेकर आज सुबह श्रीनगर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में जम्मू-कश्मीर बीजेपी इकाई के प्रमुख रवींद्र रैना के साथ सभी 28 विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य विधानसभा में विपक्ष के नेता का चयन करना है, जिसके बाद चुने गए नाम को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 29 सीटों पर जीत हासिल की है, जो पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक सफलता है। आगामी चार नवंबर से विधानसभा का पहला सत्र भी शुरू होने वाला है, जिसमें नए नेता प्रतिपक्ष की भूमिका अहम होगी।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा का पहला सत्र चार नवंबर से शुरू
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी अपने विधायक दल के नेता के चयन के लिए पांच संभावित नामों पर सक्रिय रूप से विचार कर रही है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि अंतिम निर्णय क्या होगा, क्योंकि सब कुछ बैठक के बाद ही स्पष्ट होगा।
जम्मू-कश्मीर की नवनिर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र चार नवंबर को विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के साथ प्रारंभ होगा, इसके बाद उपराज्यपाल का अभिभाषण भी होगा। प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल द्वारा जारी कैलेंडर के अनुसार, पांच नवंबर को श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएंगी, जबकि उपराज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा छह और सात नवंबर को होगी। उपराज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देने के लिए आठ नवंबर की तारीख निर्धारित की गई है।