Columbus

Jharkhand: हेमंत सोरेन को मिला राजनीतिक बढ़त, BJP को बड़ा झटका – अंकिता वर्मा झामुमो में शामिल

🎧 Listen in Audio
0:00

भाजपा की महिला नेता अंकिता वर्मा ने सैकड़ों महिलाओं के साथ झामुमो का दामन थाम लिया। रांची में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी महासचिव विनोद पांडेय ने सदस्यता दिलाई और पार्टी की नीतियों से अवगत कराया।

Jharkhand Politics: झारखंड की राजनीति में इन दिनों हलचल तेज है। राज्य में सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को एक बड़ी राजनीतिक सफलता मिली है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महिला कार्यसमिति की सदस्य अंकिता वर्मा ने पार्टी से नाता तोड़ते हुए JMM का दामन थाम लिया है। उनके साथ रांची की सैकड़ों महिलाओं ने भी झामुमो की सदस्यता ली, जिससे पार्टी को ग्रासरूट स्तर पर बड़ी मज़बूती मिली है।

पार्टी में हुआ भव्य स्वागत, झामुमो महासचिव ने दिलाया संकल्प

रांची स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित समारोह में झामुमो के महासचिव और प्रवक्ता विनोद पांडेय ने सभी नए सदस्यों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों के बारे में विस्तार से बताया और सभी को राज्य के विकास में सक्रिय योगदान देने का संकल्प दिलाया।

शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन की नीतियों पर जताया भरोसा

नव-शामिल कार्यकर्ताओं ने पार्टी के मार्गदर्शक शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में आस्था जताई। महिलाओं ने कहा कि वे झारखंड के विकास के लिए झामुमो के साथ मिलकर काम करना चाहती हैं।

कई प्रमुख महिलाओं ने थामा झामुमो का हाथ

अंकिता वर्मा के साथ जिन महिलाओं ने झामुमो की सदस्यता ली उनमें रानी देवी, सरिता देवी, मधु देवी, सुधा देवी, अनीता देवी, बबीता देवी, लक्ष्मी देवी, आरती देवी, संगीता देवी, सुनीता देवी और गुड़िया देवी जैसे नाम प्रमुख हैं। ये सभी महिला कार्यकर्ता सामाजिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय रही हैं।

महत्वपूर्ण नेताओं की उपस्थिति रही दर्ज

सदस्यता समारोह में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। इनमें रांची जिला संयोजक प्रमुख मुस्ताक आलम, केंद्रीय सदस्य अश्विनी शर्मा, डॉ. हेमलाल मेहता, नयनतारा उरांव, संध्या गुड़िया और प्रदीप मिर्धा जैसे नेता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

BJP पर आदिवासी-मूलवासी विरोधी राजनीति का आरोप

इसी बीच झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने BJP पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी बांग्लादेशी घुसपैठ के नाम पर राज्य में आदिवासियों और मूलवासियों को बांटने की साजिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक सुनियोजित षड्यंत्र है जिसके ज़रिए भाजपा झारखंड की एकता को तोड़ना चाहती है।

केंद्र सरकार की नीति पर उठाए सवाल

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गठित स्पेशल टास्क फोर्स का असली मकसद आदिवासी समुदाय को डराना और कमजोर करना है। विनोद पांडेय ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने कार्यकाल में कभी सरना धर्म कोड को मान्यता नहीं दी, जो कि आदिवासी समाज की एक बड़ी मांग रही है।

महिला सुरक्षा पर भी भाजपा को घेरा

महिला सुरक्षा के मुद्दे पर बोलते हुए पांडेय ने कहा कि भाजपा को झारखंड सरकार पर सवाल उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी पूरी तरह से केंद्र सरकार की है और अगर कहीं से घुसपैठ हो रही है तो इसका जवाब केंद्र को देना चाहिए।

Leave a comment