Kolkata Doctor Rape-Murder Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल की बढ़ी मुश्किलें, संदीप घोष के घर समेत अन्य ठिकानों पर CBI की छापेमारी

Kolkata Doctor Rape-Murder Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल की बढ़ी मुश्किलें, संदीप घोष के घर समेत अन्य ठिकानों पर CBI की छापेमारी
Last Updated: 25 अगस्त 2024

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के निवास पर उनके कार्यकाल के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में तलाशी अभियान चलाया। सीबीआई आरोपियों और उनके सहयोगियों से संबंधित 14 अन्य स्थानों की भी जांच कर रही हैं।

कोलकाता: आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के कई अधिकारियों के घर पर सीबीआई ने छापेमारी शुरू कर दी है। रविवार की सुबह केंद्रीय एजेंसी की विभिन्न टीमें उत्तर कोलकाता के केष्टोपुर, हावड़ा और एंटाली में पहुंची। आरजी कर के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख देबाशीष सोम का निवास केष्टोपुर में है। एंटाली में अस्पताल के पूर्व अधीक्षक संजय वशिष्ठ निवास करते हैं। इसके अलावा, हावड़ा में बिप्लब सिंह नाम के व्यक्ति के घर पर भी सीबीआई की छापेमारी चल रही है। यह कार्रवाई आरजी कर अस्पताल के पूर्व अतिरिक्त अधीक्षक अख्तर अली द्वारा पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और अन्य के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत के संदर्भ में की जा रही हैं।

एजेंसी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा बनाए गए विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच का कार्य अपने हाथ में ले लिया। उच्च न्यायालय (जिसने पहले ही चिकित्सक के बलात्कार और हत्या की जांच सीबीआई को सौंप दी थी) ने पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई वित्तीय अनियमितताओं की जांच भी 'निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के हित में' सीबीआई को सौंप दी।

अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक ने दायर की जाँच की याचिका

अदालत ने यह निर्देश डॉ. अख्तर अली की याचिका के आधार पर जारी किया। डॉ. अख्तर 2023 तक अस्पताल के उपाधीक्षक के पद पर कार्यरत थे। अली ने बुधवार को उच्च न्यायालय में याचिका प्रस्तुत करते हुए घोष के कार्यकाल के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार और वित्तीय घोटालों की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से अनुरोध किया।

याचिका में घोष पर लगाए गए गंभीर आरोप

याचिका में डॉ. अख्तर अली ने घोष पर गंभीर आरोप लगाया है कि उन्होंने अवैध रूप से लावारिस शवों का उपयोग किया, बायोमेडिकल कचरे की बिक्री की और दवा एवं चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्ताओं से कमीशन के आधार पर टेंडर पास किए। अली ने यह भी कहा कि छात्रों पर परीक्षा पास करने के लिए 5 से 8 लाख रुपये तक की राशि देने का दबाव डाला गया था। याचिका दायर करने के बाद अली ने कहा, "जुलाई 2023 में मैंने राज्य सतर्कता आयोग में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन घोष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। मैं चाहता हूं कि इस रैकेट में शामिल हर व्यक्ति का पर्दाफाश हो।"

9 अगस्त को RG कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में हुई थी वारदात

बता दें कि 9 अगस्त को एक सेमिनार हॉल में एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना के बाद मेडिकल कॉलेज सुर्खियों में आया है। मुख्य संदिग्ध, संजय रॉय, जो कोलकाता पुलिस के लिए एक नागरिक स्वयंसेवक के रूप में काम कर रहा था, को 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और वर्तमान में वह हिरासत में हैं।

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