अख्तर अली ने आरोप लगाया है कि संदीप घोष के आने से पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पूर्वी भारत का सबसे अच्छा कॉलेज था। बताया कि यह कॉलेज 100 साल पुराना है। मैंने उनके खिलाफ कई घोटाले उजागर किए हैं। जिनमे छात्रों को फेल करने से संबंधित मामला भी था।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के संबंध में 15 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई केंद्रीय एजेंसी द्वारा शनिवार को संदीप घोष के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच शुरू करने के बाद की गई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद से इस मामले में लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
सीबीआई ने संदीप घोष और अन्य अधिकारियों पर कोलेज के फंडों का गबन करने का आरोप लगाया है। छापेमारी के दौरान सीबीआई की टीम ने कई दस्तावेजों और अन्य सबूतों को जब्त किया है। जांच जारी है और इस मामले में जल्द ही आगे की कार्रवाई की उम्मीद है। यह मामला एक बार फिर पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार के मुद्दे को सामने लाता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सीबीआई की जांच इस मामले में क्या नतीजे लाती है और क्या यह राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने में सफल होती हैं।
छापेमारी से जुडी 10 बड़ी बातें
1. सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में भ्रष्टाचार के आरोपों में छापेमारी की रविवार सुबह 6.45 बजे, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर छापेमारी की।
2. सीबीआई की टीम ने कोलकाता के बेलेघाटा इलाके में बंगाल के फोरेंसिक विभाग में काम करने वाले देबाशीष सोम के घर की भी तलाशी ली।
3. इसके अलावा हावड़ा जिले के हाटगाछा इलाके में निर्मित अस्पताल के पूर्व सुपरिटेंडेंट संजय कुमार वशिष्ठ और दवा आपूर्तिकर्ता बिपाल कुमार सिंह के घरों की भी तलाशी ली गई।
4. सीबीआई इस मामले में संदीप घोष पर आरोप लगाने वाले अख्तर अली का बयान भी दर्ज कर लिया है। अली ने पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। अली ने यह मामला कोलकाता हाई कोर्ट में उठाया था, जिसके बाद कोलकाता पुलिस की स्पेशल टीम ने उनका बयान दर्ज किया था।
5. अख्तर अली ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 16 साल तक काम किया है। उन्होंने असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट से नौकरी की शुरुआत की और ग्रेड 1 तक गए और डिप्टी सुपरिटेंडेंट बने।
6. अली का आरोप है कि संदीप घोष के आने से पहले, आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पूर्वी भारत का नंबर वन कॉलेज था। यह 100 साल पुराना कॉलेज है। अली ने कई घोटालों का खुलासा किया है। पहला घोटाला छात्रों को फेल करने का था। वे उनसे पैसे वसूलते थे, जो नहीं सुनते थे और कुछ छात्र यह पैसा वसूलते थे।
7. अख्तर अली ने आरोप लगाया है कि जब भी संदीप घोष के ट्रांसफर का मुद्दा उठता था, तब वे जूनियर छात्रों को शराब पिलाते थे और उनसे विरोध-प्रदर्शन करने के लिए उकसाते थे। इन अवैध गतिविधियों में शवों की तस्करी और बायोमेडिकल कचरे का घोटाला शामिल है। घोष की शिकायतें उच्च अधिकारियों तक पहुंचीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
8. सीबीआई रविवार को ट्रेनी डॉक्टर के दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट करेगी। इसके अतिरिक्त, शनिवार को सीबीआई ने सात अन्य आरोपियों का भी पॉलीग्राफ टेस्ट किया था।
9. पॉलीग्राफ टेस्ट से पहले संजय कुमार रॉय ने इस जघन्य हत्या के अपने पहले के कबूलनामे से पलटते हुए कहा है कि उसे इस मामले में वेबजह फंसाया जा रहा है और वह निर्दोष हैं।
10. जेल अधिकारियों के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि संजय रॉय ने जेल के गार्ड से कहा कि उसे दुष्कर्म और हत्या के बारे में कुछ भी नहीं पता। वहीं, कोलकाता पुलिस के अनुसार संजय रॉय ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या करने की बात कबूल की हैं।