Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 के शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार का मंत्रिमंडल समूह बुधवार को संगम तट पर एकत्र होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में प्रदेश के सभी 54 मंत्री शामिल होंगे। कैबिनेट बैठक के साथ ही सभी मंत्री संगम में सामूहिक स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करेंगे।
दूसरी बार संगम पर कैबिनेट बैठक का आयोजन
यह दूसरा अवसर है जब योगी सरकार संगम तट पर कैबिनेट बैठक आयोजित कर रही है। 2019 के कुंभ मेले में भी सरकार ने ऐसी ही बैठक का आयोजन किया था। इस बार पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के स्नान के बाद कुंभ नगरी में यह आयोजन और भी खास बन गया हैं।
अरैल त्रिवेणी संकुल में होगा बैठक का आयोजन
कैबिनेट बैठक बुधवार को अरैल स्थित त्रिवेणी संकुल में आयोजित होगी। बैठक दोपहर 12 बजे शुरू होगी। प्रशासन ने इस स्थान को श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए चुना है। पहले यह बैठक मेला प्राधिकरण के सभागार में होनी थी, लेकिन व्यवस्थागत कारणों से इसे स्थानांतरित कर दिया गया।
बैठक के बाद संगम में स्नान और पूजा
बैठक समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके सभी मंत्री अरैल वीआईपी घाट से मोटरबोट के जरिए संगम जाएंगे। संगम में गंगा स्नान और विधिवत पूजन के बाद यह ऐतिहासिक दिन पूर्ण होगा। इस आयोजन में प्रयागराज और आसपास के जिलों के सांसद, विधायक और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री का आगमन और समय-सारणी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार सुबह करीब 11 बजे हेलीकॉप्टर से डीपीएस मैदान स्थित हेलीपैड पर पहुंचेंगे। वहां से कार द्वारा त्रिवेणी संकुल जाएंगे। स्नान और पूजन के बाद सभी मंत्रियों के साथ दोपहर में प्रसाद ग्रहण करेंगे।
सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद
इस भव्य आयोजन के लिए प्रयागराज और आसपास के चार जिलों के डीएम समेत 55 मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। बैठक, स्नान और भोजन के लिए अलग-अलग अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही मंत्रियों के विभागीय अधिकारियों को भी आयोजन की जिम्मेदारी दी गई है। विधानसभा के अधिकारी मंगलवार रात से ही तैयारियों में जुटे हैं।
मंत्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान
इस आयोजन को सुगम बनाने के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। संगम स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए यातायात और सुरक्षा व्यवस्था के विशेष प्रबंध किए गए हैं।
आस्था और विकास का संगम
महाकुंभ न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह सरकार और प्रशासन के लिए अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने का अवसर भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह पहल प्रदेश की परंपरा और आधुनिकता का एक अद्भुत संगम प्रस्तुत कर रही हैं।
महाकुंभ 2025 में संगम तट पर होने वाली इस ऐतिहासिक बैठक से न केवल श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ेगा, बल्कि यह आयोजन योगी सरकार की प्रशासनिक सक्रियता और प्रदेश के सांस्कृतिक महत्व को भी उजागर करेगा।