खुशखबरी: बच्चों को सप्ताह में एक दिन बिना बैग जाना होगा स्कूल, मध्य प्रदेश में 'नो बेग पॉलिसी' लागु

खुशखबरी: बच्चों को सप्ताह में एक दिन बिना बैग जाना होगा स्कूल, मध्य प्रदेश में 'नो बेग पॉलिसी' लागु
Last Updated: 27 फरवरी 2024

खुशखबरी: बच्चों को सप्ताह में एक दिन बिना बैग जाना होगा स्कूल, मध्य प्रदेश में 'नो बेग पॉलिसी' लागु 

मध्य प्रदेश सरकार ने स्कूली बच्चों को खुशखबरी दी है. देश के सरकारी और निजी स्कूलों में सप्ताह में एक दिन बच्चों को बिना बैग स्कूल आना होगा। कक्षा-२ तक के बच्चों को होमवर्क भी नहीं दिया जाएगा। शासन ने स्कूलों के सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए बस्ते का वजन तय कर दिया है. स्कूल शिक्षा विभाग ने 2022 में "नो बेग पॉलिसी" आदेश जारी किए जिसे नए शैक्षणिक सत्र से सख्ती से पालन करने का निर्देश दिए हैं।

MP में होगी शिक्षा नीति लागू

Subkuz.com के अनुसार मध्य प्रदेश "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020" को लागू करने वाला पहला (प्रथम) राज्य है. इस नीति के तहत स्कूलों में बस्ते के वजन को कम करना है. बस्ते के वजन को कम करने के लिए दो साल पहले सितंबर 2022 में स्कूल शिक्षा विभाग ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे, लेकिन स्कूलों में इस नीति पालन नहीं किया गया।

जानकारी के अनुसार शिक्षण कार्यालय की आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव नवीन शिक्षा नीति के लिए दिशा-निर्देश जारी किए है. विभाग ने आदेश में बताया कि विद्यार्थी के बस्ते का वजन निर्धारित सीमा में ही रखा जाए ताकि बच्चों पर बोझ न बढे।  बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी प्रत्येक तीन माह में सरकारी, निजी और अनुदान प्राप्त विद्यालयों के विद्यार्थियों के स्कूल बैग की जांच कराएंगे।

स्कूलों में पढाई के लिए भी समय किया तय

स्कूल शिक्षा विभाग ने बताया कि 'राष्ट्रीय शिक्षा नीति' के तहत स्कूलों में पढ़ाई के घंटे तय किए जाएंगे और कक्षा २ तक के विद्यार्थियों को गृहकार्य (होमवर्क) भी नहीं देंगे। बताया कि तीसरी से पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को प्रति सप्ताह दो घंटे, कक्षा 6 से कक्षा 8 के विद्यार्थियों को प्रतिदिन एक घंटे और कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों को प्रतिदिन दो घंटे का ही गृह कार्य (होमवर्क) दिया जाएगा।

विभाग ने बताया कि स्कूलों को नोटिस बोर्ड और कक्षा में बस्ते के वजन से संबंधित चार्ट प्रदर्शित करना होगा। स्कूल डायरी का वजन भी बस्ते के वजन में ही शामिल होगा। शाला प्रबंधन समिति द्वारा समय-सारणी तैयार करनी होगी होगी, जिससे विद्यार्थियों को प्रतिदिन सभी पुस्तकें, अभ्यास पुस्तिकाएं और कापियां नहीं लानी पड़े और बस्ते का वजन निर्धारित सीमा में रहे. बताया कि कंप्यूटर, नैतिक शिक्षा, सामान्य ज्ञान, स्वास्थ्य शारीरिक शिक्षा और खेल एवं कला की कक्षाएं बिना पुस्तकों के ही लगानी होगी।

बस्ते का भार

   कक्षा                                   वजन (Kg.)          

* पहली और दूसरी             -     1.6 से 2.2

* तीसरी,चौथी और पांचवी    -     1.7 से 2.5

* छठवीं और सातवीं           -      2.0 से 3.0

* आठवी, नौवी और दसवी   -      2.5 से 4.0

* 11वीं और 12वीं               -     वजन शाला प्रबंधन समिति द्वारा तय किया जाएगा।

 

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