उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन करने वालों और मूल्यांकन कार्य में ड्यूटी करने वालों की पारिश्रमिक दर में बदलाव किया गया है। यह बदलाव नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होगा। इस निर्णय के पीछे शिक्षकों और मूल्यांकनकर्ताओं के कार्य की अहमियत को मान्यता देना हैं।
एजुकेशन: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की पारिश्रमिक दर बढ़ा दी है। इस बदलाव का लाभ मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों को अगले शैक्षणिक सत्र 2025-26 से मिलेगा। यूपी सरकार ने न केवल परीक्षा केंद्रों पर कार्यरत प्रधानाचार्यों और शिक्षकों की पारिश्रमिक दर बढ़ाई है, बल्कि संकलन केंद्रों पर काम करने वाले तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों की दर में भी वृद्धि की गई हैं।
विशेष सचिव आलोक कुमार ने 30 अक्टूबर को इस संबंध में आदेश जारी करते हुए बढ़ी हुई पारिश्रमिक दर का ऐलान किया। इससे शिक्षकों और अन्य कर्मियों को अपने कार्य के लिए उचित मुआवजा मिलेगा, जिससे उनकी मेहनत की सराहना हो सकेगी।
बदली हुई पारिश्रमिक दर
पद पुराना पारिश्रमिक नया पारिश्रमिक
केंद्र व्यवस्थापक प्रति पाली 80 रुपये प्रति पाली 100 रुपये
प्रतिदिन 160 रुपये प्रतिदिन 200 रुपये
अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थाप प्रति पाली 53 रुपये प्रति पाली 60 रुपये
प्रतिदिन 106 रुपये प्रतिदिन 120 रुपये
कक्ष निरीक्षक प्रतिदिन 96 रुपये प्रतिदिन 100 रुपये
लिपिक प्रति पाली 33 रुपये प्रति पाली 40 रुपये
बंडल वाहक 16 रुपये 20 रुपये
चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी 26.50 रुपये 30 रुपये
संकलन केंद्र मुख्य निरीक्षक प्रतिदिन 67 रुपये प्रतिदिन 75 रुपये
उपनियंत्रक 53 रुपये 60 रुपये
सह उपनियंत्रक 48 रुपये 55 रुपये
कोठारी 44 रुपये 50 रुपये
तृतीय श्रेणी के कर्मचारी 30 रुपये 40 रुपये
चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी 14 रुपये 20 रुपये
मूल्यांकन केंद्र मुख्य नियंत्रक प्रति परीक्षक 6 रुपये प्रति परीक्षक 8 रुपये
उप नियंत्रक प्रति परीक्षक 5 रुपये प्रति परीक्षक 7 रुपये
सह उपनियंत्रक 20 रुपये 25 रुपये
कक्ष नियंत्रक 60 रुपये 75 रुपये