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Titan पर क्यों टिकी हैं बाजार की निगाहें? शादी सीजन से पहले ही दिखा रहा तेजी के संकेत

Titan पर क्यों टिकी हैं बाजार की निगाहें? शादी सीजन से पहले ही दिखा रहा तेजी के संकेत

शादी-ब्याह के सीज़न से Titan के ज्वेलरी बिज़नेस को मिल सकती है जबरदस्त रफ्तार, अगले दो वर्षों में तेज़ ग्रोथ और मजबूत मार्जिन की उम्मीद

टाइटन कंपनी एक बार फिर निवेशकों के फोकस में है। ब्रोकरेज फर्म एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने टाइटन पर भरोसा जताते हुए इसके शेयर के लिए ₹4,195 का टारगेट प्राइस तय किया है। मौजूदा बाजार कीमत करीब ₹3,689 के आसपास है, यानी शेयर में 14 प्रतिशत तक की तेजी की संभावना जताई गई है।

शादी-ब्याह का मौसम बना सहारा

भारत में शादी का मौसम कई उद्योगों को सीधा फायदा पहुंचाता है। ज्वेलरी कारोबार इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। टाइटन का मुख्य कारोबार ज्वेलरी से ही जुड़ा हुआ है और कंपनी का सबसे बड़ा ब्रांड 'तनिष्क' देशभर में पहचाना जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, FY26 की पहली तिमाही में 29 शुभ विवाह मुहूर्त हैं, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा केवल 3 दिन का था। इससे टाइटन की ज्वेलरी बिक्री में तेज उछाल आने की उम्मीद है।

सोने की बढ़ती कीमतों के बीच कंपनी की पकड़ मजबूत

हाल के दिनों में सोने की कीमतों में तेजी आई है, जिससे ज्वेलरी कारोबार पर दबाव देखा गया। हालांकि, कंपनी ने पहले ही स्पष्ट किया है कि उनके ज्वेलरी कारोबार का मार्जिन 11 से 11.5 प्रतिशत के बीच रहेगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि सोने की कीमतों का असर अस्थायी है और कंपनी की रणनीति इतनी मजबूत है कि यह प्रभाव को संतुलित कर सकती है।

ब्रांड, डिज़ाइन और स्टोर अनुभव से ग्राहक जुड़ाव बढ़ा

टाइटन अपनी डिज़ाइन रणनीति पर लगातार काम कर रही है। नए-नए डिज़ाइन, त्योहारी कलेक्शन और ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने वाले स्टोर इसके मजबूत पक्ष हैं। प्रीमियम स्टोर अनुभव और ग्राहक सेवा के कारण कंपनी ने बाजार में विश्वास कायम रखा है।

ज्वेलरी कारोबार में आने वाले सालों में बनी रहेगी रफ्तार

ब्रोकरेज रिपोर्ट बताती है कि FY25 से FY27 के बीच टाइटन के ज्वेलरी कारोबार में औसतन 18 प्रतिशत सालाना वृद्धि की उम्मीद है। यह रफ्तार FY22 से FY25 की तुलना में थोड़ी धीमी ज़रूर है, लेकिन कंपनी के लिए स्थिर और सकारात्मक मानी जा रही है।

दक्षिण भारत बना बिक्री का बड़ा केंद्र

टाइटन को सबसे अधिक बिज़नेस दक्षिण भारत से मिल रहा है। खासतौर पर तमिलनाडु में टाइटन के ब्रांड को लेकर जबरदस्त विश्वास है। भारत के ज्वेलरी बाजार में दक्षिण भारत की हिस्सेदारी करीब 40 प्रतिशत है। इसी को देखते हुए कंपनी ने साउथ में अपने स्टोर्स को बड़ा और ज्यादा आकर्षक बनाया है।

घड़ियों और चश्मों के कारोबार में भी जोरदार ग्रोथ की संभावना

टाइटन सिर्फ ज्वेलरी तक सीमित नहीं है। इसके घड़ी सेगमेंट में भी अच्छा प्रदर्शन देखा जा रहा है। FY25 से FY27 के बीच घड़ी कारोबार में 17 प्रतिशत की सालाना ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है। वहीं, आईवियर यानी चश्मा कारोबार में 20 प्रतिशत से अधिक की ग्रोथ की उम्मीद की जा रही है।

मार्जिन में धीरे-धीरे दिखेगा सुधार

FY25 में टाइटन का ज्वेलरी मार्जिन घटकर 10.8 प्रतिशत पर आ गया था। लेकिन ब्रोकरेज को भरोसा है कि FY27 तक यह बढ़कर 11.7 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। सोने की कीमतों में स्थिरता और कंपनी के ऑपरेशनल सुधार इस दिशा में मदद करेंगे।

ब्रांड वैल्यू और ग्राहक भरोसे से टाइटन का भविष्य उज्जवल

टाइटन की सबसे बड़ी ताकत उसकी ब्रांड वैल्यू और ग्राहकों का उस पर भरोसा है। लंबे समय से टाइटन ने अपने ग्राहकों के साथ एक भावनात्मक रिश्ता बनाया है। यही वजह है कि शादी-ब्याह, तीज-त्योहार या खास मौके पर ग्राहक टाइटन की तरफ खिंचे चले आते हैं।

रेखा झुनझुनवाला की बड़ी हिस्सेदारी बनी चर्चा का विषय

टाइटन में रेखा झुनझुनवाला की हिस्सेदारी हमेशा निवेशकों का ध्यान खींचती है। फिलहाल उनके पास कंपनी के 5.15 प्रतिशत शेयर हैं, यानी लगभग 45.8 लाख शेयर। यह निवेश टाइटन के बिजनेस मॉडल पर उनके विश्वास को दर्शाता है।

शेयर की वैल्यूएशन और ट्रेडिंग आंकड़े

ब्रोकरेज रिपोर्ट के अनुसार, टाइटन का शेयर इस समय FY26 के अनुमानित लाभ पर 66 गुना और FY27 के अनुमानित लाभ पर 53 गुना के पीई अनुपात पर ट्रेड कर रहा है। इसके बावजूद, कंपनी की मजबूत स्थिति और बाजार में पकड़ को देखते हुए ब्रोकरेज ने शेयर पर 'BUY' की सलाह बरकरार रखी है।

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