घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने राज्यपाल के समक्ष मंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कई प्रमुख नेता भी उपस्थित थे। राजभवन जाने से पहले, रामदास सोरेन ने शिबू सोरेन के निवास पर जाकर उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
रांची: घाटशिला से निर्वाचित विधायक रामदास सोरेन हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल के नए सदस्य बन गए हैं। उन्होंने आज, शुक्रवार (30 अगस्त) को राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राजभवन जाने से पहले रामदास सोरेन ने शिबू सोरेन के निवास पर जाकर उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया। बता दें विधायक अपने पूरे परिवार के साथ शिबू सोरेन के घर पहुंचे थे, जहाँ उनके समर्थक भी मौजूद थे।
रामदास सोरेन ने शिबू सोरेन से लिया आशीर्वाद
मंत्री पद की शपथ लेने से पूर्व घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने शुक्रवार को सबसे पहले राजधानी रांची में दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निवास पर जाकर उनसे भेंट की और पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। बता दें मंत्री पद की शपथ लेने से पहले विधायक जी और उनकी पत्नी अपने पूरे परिवार के सदस्यों के साथ गुरूजी के आवास पर पहुंचे। वहाँ विधायक और उनकी पत्नी ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के चरणों को छूकर प्रणाम किया।
शपथ ग्रहण के दौरान ये दिग्गज रहे उपस्थित
शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री सत्यानंद कुमार भोक्ता, हफीजुल हसन, इरफान अंसारी, विधायक कल्पना कुमारी सोरेन, मुख्य सचिव एल खियांग्ते, कैबिनेट सचिव वंदना दादेल, राज्यपाल के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तित्व मौजूद थे। शपथ ग्रहण समारोह में रामदास सोरेन के समर्थक और परिवार के सदस्य भी शामिल हुए थे।
रामदास सोरेन का राजनीतिक करियर
रामदास सोरेन ने 1980 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ राजनीति की शुरुआत की। उन्होंने चंपाई सोरेन और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के साथ मिलकर झारखंड को अलग राज्य बनाने के लिए आंदोलन किया। साल 2009 में वे पहली बार घाटशिला से झामुमो के विधायक बने। हालांकि, 2014 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 2019 में उन्होंने फिर से घाटशिला के विधायक के रूप में जीत हासिल की। वर्तमान में, वे हेमंत सोरेन की कैबिनेट में मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।
मंत्री बनने के बाद रामदास सोरेन को पुष्प गुच्छ देकर बधाई देते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता, जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनके बगल में खड़े हैं।