लोकसभा चुनाव 2024 के समाप्त हो जाने के बाद ज्यादातर उम्मीदवारों ने लंबे समय अंतराल के बाद परिवार के साथ अपना पूरा समय बिताया और साथ ही पारिवारिक जिम्मेदारी भी निभाई। हालांकि मतदान समाप्त होने के बाद से उम्मीदवार वोटों की गणित निकालकर जीत की संभावनाएं भी तलाश रहे हैं।
गोरखपुर: लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए उम्मीदवार सुबह से देर रात तक चुनाव प्रचार के लिए भागदौड़ करते, लोगों की भावना को समझना और समझाना, प्रतिद्वंद्वियों की चाल पर पैनी नजर रखते हुए रणनीति बनाकर उनकी काट करना। तकरीबन दो महीने से चल रहे लोकसभा के चुनावी महायुद्ध और शारीरिक थकान के बाद रविवार का दिन सभी उम्मीदवारों के लिए राहत भरा रहा था। उनके चेहरे पर ठहराव का भाव देखने को मिला। ऐसे में उन्हें शारीरिक से तो आराम मिला लेकिन मानसिक उलझन अभी भी बरकरार है, क्योकि मतगणना अभी बाकी हैं।
जानकारी के मुताबिक ज्यादातर उम्मीदवार ने लंबे समय बाद अपने परिवार के साथ पूरा समय बिताया और पारिवारिक जिम्मेदारी को भी निभाया। हालांकि मतदान समाप्त होने के बाद से ही उम्मीदवार वोटों की गणित लगा रहे है और जीत की संभावनाएं भी तलाशते नजर आ रहे। रविवार को उम्मीदवकारो को शारीरिक आराम तो मिल गया लेकिन मानसिक उलझन अभी भी बनी हुई है, क्योकि मतगणना अभी बाकी हैं।
परिवार के साथ रहे रवि किशन
गोरखपुर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रवि किशन रविवार की सुबह छह बजे नींद से जगने के बाद मतदान के प्रतिशत से भाजपा की जीत का आंकड़ा बैठाने में आग गए। लगभग सवा सात बजे कार्यकर्ता भी उनके साथ चर्चा करने के लिए उनके आवास पर पहुंच गए। शरीर स्थिर रहा लेकिन दिमाग गणना करने में व्यस्त रहा। इसके बाद वह कार्यक्रताओं के साथ मिलकर गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन-पूजन करने मंदिर गए। वहां से लौटकर घर आने के बाद पूरा समय परिवार के साथ बिताया। लंबे समय के बाद पति के साथ फुर्सत में बैठीं प्रीति शुक्ला ने Subkuz.com को बताया कि रवि किशन चाय के साथ गीत सुनाकर पत्नी और बेटे सक्षम कुमार का मनोरंजन करते दिखे।
पत्नी संग टहलते दिखे कमलेश
बासगांव लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी कमलेश पासवान लंबे समय की थकान के बाद रविवार की सुबह टहलने के लिए अपनी पत्नी के साथ रामगढ़ताल के सामने पहुंचे। वहां से घर लौटने पर पांचों विधानसभा क्षेत्रों के समर्थक उन्हें मौजूद मिले। सभी ने मतदान को लेकर अपनी-अपनी राय दी, जिसके आधार पर वह जीत को लेकर काफी निश्चिंत नजर आए। दोपहर में मात्र एक घंटे की नींद ली। शाम को एक बार फिर से वोटों की गणना करने में जुट गए। उनके साथ ब्लाक प्रमुख शिवाजी लाल चन्द, रामसुधारे कुमार पासवान, हरेंद्र कुमार यादव और सुमन कुमार यादव भी थीं।
काजल निषाद का मतदान के गुणा भाग में बिता पूरा दिन
इंडी गठबंधन से गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र की समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार काजल निषाद करीब चार महीने के लंबे समय के बाद रविवार को अपनी नींद पूरी कर पाई। काजल निषाद ने मीडिया से बात करते हुए कहां कि भले ही लोकसभा चुनाव की अधिसूचना 16 मार्च को लागू हुई थी, लेकिन प्रत्याशी के नाम की घोषण होने के बाद ही वह अपने क्षेत्र में सक्रिय हो गई। तब से मतदान वाले दिन तक रोजाना सुबह चार-पांच बजे ही दिनचर्या शुरु हो जाती थी। काजल पूजा-पाठ करने के बाद देर शाम तक तारामंडल क्षेत्र स्थित वसुंधरा एन्क्लेव में अपने पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर अलग-अलग विधानसभाओं के एक-एक बूथ पर पड़े मत की गणना करने में व्यस्त रहीं।
ससुराल से लौटकर कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा में जुटे जावेद
गोरखपुर सीट से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार जावेद सिमनानी ने रविवार को पूरा दिन परिवार के साथ बिताया। वह सुबह के समय परतावल स्थित अपने ससुराल गए। वहां कुछ समय बिताने के बाद फिर से अपने क्षेत्र में आ गए। वहां कार्यकर्ताओं से मिलकर चुनाव के परिणाम पर चर्चा की थी। जावेद सिमनानी कहां कि चुनाव की व्यस्तता के बाद रविवार का दिन बहुत ज्यादा सुकून से भरा हुआ था। कई दिन के बाद परिवार को वक्त देने के कारण दिल को काफी सकून मिला।
सुबह से शाम तक कार्यकर्ताओं से मिले
बांसगांव लोकसभा क्षेत्र से इंडी गठबंधन में कांग्रेस के उम्मीदवार सदल कुमार प्रसाद ने मतदान के बाद भी अपनी दिनचर्या में कोई बदलाव नहीं किया। राप्तीनगर स्थित आवास में रविवार सुबह चार बजे उठकर एक घंटे से ज्यादा समय योग और टहलने में लगाया। क्योकि चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण वह देर तक योग नहीं कर पा रहे थे। योग के बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं से मतदान पर गहनता से चर्चा के साथ ही चार जून को मतगणना के बारे में भी बात की। सभी ने जीत के प्रति उन्हें आश्वस्त किया।