Update: Apple Users के लिए जारी किया अलर्ट, सरकार ने दी warning, ध्यान में रखें ये बातें

Update: Apple Users के लिए जारी किया अलर्ट, सरकार ने दी warning, ध्यान में रखें ये बातें
Last Updated: 04 अगस्त 2024

CERT-in की टीम ने Apple Users के लिए हाई रिस्क की चेतावनी दी है। बताया गया है Apple के new version में तकनीकी  कमियां पाई गई हैं जो यूजर्स की पर्सनल जानकारी के साथ छेड़छाड़ कर सकती हैं। इसके अलावा संस्था ने उन डिवाइस की लिस्ट भी जारी की है, जो इनसे ज्यादा प्रभावित हैं। इस दौरान यूजर्स को सावधानी बरतनी हैं।

New Delhi: रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि iPad और iPhone यूजर्स के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है। सेंट्रल गवर्नमेंट के दरमियान काम करने वाली संस्था ने एपल के कुछ techniqual issue पता लगाया है जो यूजर्स की सिक्योरिटी और प्राइवेसी के लिए खतरा बन सकती हैं। भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी प्रक्रिया टीम (CERT-in) ने उन डिवाइस की लिस्ट भी जारी कर दी है, जिसके तहत यूजर्स को खासतौर पर सतर्क हो जाना चाहिए।

दूसरे डिवाइस होंगे प्रभावित

भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी प्रक्रिया टीम (CERT-in) ने कहा कि इन कमियों का फायदा उठाकर हैकर्स यूजर्स के साथ blackmailing का घिनोना काम कर सकते हैं और personal information के साथ छेड़छाड़ हो सकती हैं। सरकार हाई रिस्क वॉर्निंग देते हुई कहती है कि apple कंपनी के दूसरे डिवाइस के सॉफ्टवेयर इससे प्रभावित हो सकते हैं।

 लेटेस्ट सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने की मनाही

जानकारी के मुताबिक, कंपनी द्वारा बताई गई खामियां अटैकर्स को संवेदनशील सूचना  पहुंचने और अपने हिसाब से डिवाइस को इस्तेमाल करने की  परमिशन दे सकती हैं। यहीं  नहीं, बल्कि  सिक्योरिटी रिस्ट्रिक्शन के साथ भी अटैकर्स छेड़छाड़ कर सकते हैं। इसके तहत CERT-In ने Apple यूजर्स द्वारा लेटेस्ट सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने की सलाह दी हैं।

देखें डिवाइस की लिस्ट

- Safari का 17.6  से पहल का old version

- iOS और iPadOS का 17.6  से पहले का old version

- iOS और iPad OS का 16.7.9 से पहले का old version

- watchOS का जारी 10.6 से पहले का old version

- visionOS का जारी 1.3 से पहले का old version

- macOS Monterey का 12.7.6 का version

कैसे रहे यूज़र्स सुरक्षित?

भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी प्रक्रिया टीम (CERT-in) ने बताया है कि यूजर्स खुद को सेफ रखने के लिए क्या करे। उनका कहना है कि सभी यूजर्स एपल के द्वारा जारी लेटेस्ट सॉफ्टवेयर, latest version का use करें। ऐप डाउनलोड करते समय ध्यान रखें कि किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करें। इसके साथ किसी भी site पर यकीन करें। 

 

 

 

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