भारत ने बांग्लादेश के बॉर्डर फेंसिंग विवाद पर कड़ा रुख अपनाया। बांग्लादेश ने भारतीय हाईकमीशन को तलब किया, जबकि भारत ने उप उच्चायुक्त नूरल इस्लाम को विदेश मंत्रालय बुलाया।
Bangladesh: भारत सरकार ने बांग्लादेश के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसके तहत विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त नूरल इस्लाम को समन भेजकर तलब किया है। यह कदम बांग्लादेश द्वारा बॉर्डर फेंसिंग विवाद को लेकर भारत के हाईकमीश्नर को तलब किए जाने के बाद उठाया गया है। बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा की जा रही फेंसिंग को गैरकानूनी बताते हुए भारत से इसका विरोध किया है।
बांग्लादेश ने भारतीय फेंसिंग को गैरकानूनी बताया
बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किया और आरोप लगाया कि भारत 4156 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर पांच खास स्थानों पर बाड़ लगाने की कोशिश कर रहा है, जो द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन है। बांग्लादेश ने इस कदम को सुरक्षा संबंधी सहमति के खिलाफ बताया और इसे सीमाई मामलों में बाधा डालने वाला माना है।
भारत ने कड़ा रुख अपनाया, नूरल इस्लाम हुए रवाना
बांग्लादेश के इस एक्शन के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया और बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त नूरल इस्लाम को विदेश मंत्रालय ने समन भेजकर तलब किया। नूरल इस्लाम साउथ ब्लॉक से रवाना हो गए हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच इस मुद्दे को सुलझाने के लिए चर्चा होगी।
बैठक के बाद वर्मा का बयान
बैठक के बाद भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर सुरक्षा के लिए बाड़ लगाने के संबंध में एक सहमति पहले से मौजूद है। इस सहमति के तहत दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बल, BSF और BGB (बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश), आपस में संवाद कर रहे हैं। उन्होंने आशा जताई कि इस सहमति को लागू किया जाएगा और सीमा पर अपराधों से निपटने के लिए एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाएगा।
नूरल इस्लाम की वापसी
बांग्लादेश के एक्शन के बाद नूरल इस्लाम को भारत के विदेश मंत्रालय ने तलब किया और वे साउथ ब्लॉक से रवाना हो गए। यह कदम दोनों देशों के बीच बॉर्डर फेंसिंग को लेकर बढ़ते विवाद को लेकर उठाया गया है और अब देखने वाली बात यह होगी कि इस पर दोनों देशों के बीच क्या समझौता होता है।