एलन मस्क का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में किसी उम्मीदवार का समर्थन, खासकर डोनाल्ड ट्रंप जैसे नेता का समर्थन, उनके व्यवसायों टेस्ला, स्पेसएक्स और एक्स (पूर्व में ट्विटर) के लिए कुछ लाभ और संभावित जोखिम ला सकता हैं।
वॉशिंगटन: एलन मस्क का डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करना और उनके चुनाव अभियान में सक्रिय भूमिका निभाना उनके लिए संभावित फायदे और जोखिम दोनों ला सकता है, जो उनके व्यवसाय और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर असर डाल सकते हैं। अगर ट्रंप हारते, तो मस्क के व्यवसायों जैसे टेस्ला और स्पेसएक्स को नीतिगत समर्थन, कर में कटौती और सरकारी अनुबंधों में हानि होती। लेकिन अब ट्रंप प्रशासन के दौरान रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र को बढ़ावा मिलने से स्पेसएक्स को अमेरिकी सेना और नासा से अतिरिक्त अनुबंध प्राप्त हो सकते हैं, जो उसकी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति को मजबूत कर सकते हैं।
इसके साथ ही मस्क का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "एक्स" (पूर्व में ट्विटर) ट्रंप समर्थकों के आकर्षण का केंद्र बन सकता है, जिससे उसकी सक्रियता और विज्ञापन राजस्व में वृद्धि हो सकती है। हालांकि, मस्क के इस राजनीतिक रुख के कारण उनके व्यवसायों के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों में छवि प्रभावित हो सकती है, खासकर उन देशों में जहां ट्रंप की नीतियों को विरोध का सामना करना पड़ता है। मस्क ने टकर कार्लसन के साथ एक साक्षात्कार में मजाकिया लहजे में यह भी कहा कि अगर ट्रंप हार गए तो वे "बर्बाद" हो सकते हैं और उन्हें "जेल" भी जाना पड़ सकता हैं।
मस्क ने ट्रंप के लिए किया ये सब
दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इस प्रयास की शुरुआत उन्होंने करीब दो साल पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (अब एक्स) को खरीदने के साथ की। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मस्क के इस कदम ने ट्रंप के पक्ष में माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाई है। दरअसल, 2021 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की हार के बाद उन्होंने फेसबुक और ट्विटर जैसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आरोप लगाया था कि उन्हें हराने के लिए चुनाव में धांधली की गई। उस समय, भड़काऊ भाषण देने के आरोप में इन प्लेटफॉर्म्स ने ट्रंप के अकाउंट को बैन कर दिया था। लेकिन मस्क द्वारा ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद ट्रंप का अकाउंट फिर से बहाल किया गया, जिससे ट्रंप और उनके समर्थकों को एक बड़े मतदाता वर्ग तक पहुंचने का मौका मिला।
ट्रंप की जीत से मस्क को हुआ फायदा
अमेरिकी चुनाव आयोग के डेटा के अनुसार, एलन मस्क ने ट्रंप के समर्थन में बनी एक राजनीतिक समिति को करीब 119 मिलियन डॉलर का डोनेशन दिया। मस्क न केवल रैलियों में ट्रंप के साथ दिखाई दिए, बल्कि अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्रंप को प्रमोट करते हुए उनका इंटरव्यू भी किया। मस्क ने अपने पोस्ट में ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी, डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस पर भी बार-बार निशाना साधा।
ट्रंप की जीत के बाद मस्क को इसका इनाम मिला। टेस्ला के शेयर बुधवार को 15% की बढ़त के साथ बंद हुए, जिससे मस्क की संपत्ति में 15 बिलियन डॉलर से अधिक का इजाफा हुआ। उनके पास टेस्ला के 411 मिलियन शेयर हैं, और इस बढ़त ने मस्क के ट्रंप को दिए गए 119 मिलियन डॉलर के डोनेशन पर 12,761% का रिटर्न दिलाया। इस साल अब तक टेस्ला के शेयर केवल 1% ही बढ़े थे, इसलिए मस्क का यह राजनीतिक समर्थन उनके आर्थिक लाभ के लिहाज से बेमानी साबित नहीं हुआ।
क्या एलन मस्क ट्रंप सरकार में बनेंगे मंत्री?
एलन मस्क, जो कि खुले तौर पर डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन कर चुके हैं, ने राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप के सलाहकार बनने की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने अमेरिकी कर्ज के तेजी से बढ़ने पर गहरी चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि वे देश के बजट से कम से कम 2 ट्रिलियन डॉलर की बचत कर सकते हैं। मस्क ने अमेरिका के बढ़ते कर्ज को "फाइनेंशियल इमरजेंसी" बताया था और इसके लिए तत्काल समाधान का आह्वान किया। इस दौरान मस्क ने पब्लिक फंड्स के बेहतर उपयोग की वकालत की थी, जिससे उनकी समझ और दूरदर्शिता की झलक मिलती हैं।
ट्रंप की जीत के बाद अब चर्चाएं और तेज हो गई हैं कि मस्क को वित्त मंत्री का पद मिल सकता है। वित्त मंत्रालय जैसी भूमिका मस्क को सौंपे जाने से अमेरिका के बजट और वित्तीय नीति में संभावित बदलाव आ सकते हैं। मस्क ने ट्रंप के लिए न केवल डोनेशन दिया, बल्कि पूरी तरह से उनके समर्थन में रैलियों में भी शामिल हुए। ऐसे में ट्रंप के प्रशासन में उन्हें एक महत्वपूर्ण पद मिलना लगभग संभावित हैं।