अमेरिका ने ईरान के भूतिया बेड़े पर प्रतिबंधों को बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिसका उद्देश्य ईरान के समुद्री आतंक को समाप्त करना है। यह कदम ईरान की समुद्री गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और उनकी बढ़ती ताकत को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया हैं।
वॉशिंगटन: ईरान का "भूतिया बेड़ा" मुख्य रूप से ऐसे जहाजों का समूह है जो ईरानी समुद्री बलों द्वारा संचालित होते हैं और जिनका उपयोग अक्सर हथियारों, ड्रग्स और अन्य अवैध सामान की तस्करी के लिए किया जाता है। इस बेड़े ने समुद्री व्यापार और अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में दहशत और अस्थिरता का माहौल बना रखा है। अमेरिका ने हाल ही में इस भूतिया बेड़े पर लगाए गए प्रतिबंधों की समय-सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया है। यह कदम विशेष रूप से ईरान के द्वारा इज़रायल पर किए गए मिसाइल हमलों के जवाब में उठाया गया हैं।
अमेरिका ने ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों पर भी कड़ी कार्रवाई की है, जिससे ईरान की आर्थिक गतिविधियों पर प्रभाव पड़ेगा। इन प्रतिबंधों का उद्देश्य ईरान की समुद्री गतिविधियों को नियंत्रित करना और उसे वैश्विक सुरक्षा के लिए एक खतरे के रूप में दिखाना है। इससे ईरान के भूतिया बेड़े की क्षमता कम करने की कोशिश की जा रही है ताकि वह समुद्र में अपनी दहशत कायम न रख सके।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ईरान के खिलाफ उठाए सख्त कदम
राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन द्वारा ईरान के खिलाफ उठाए गए इस कदम ने उसके पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उद्योगों को एक बड़ा झटका दिया है, जो ईरान की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने इस संदर्भ में कहा कि नए प्रतिबंधों में ईरान के "घोस्ट फ्लीट" के खिलाफ उपाय भी शामिल हैं। यह "घोस्ट फ्लीट" उन जहाजों का समूह है, जो ईरान के अवैध तेल को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंचाते हैं। अमेरिका का यह कदम ईरान को अपने मिसाइल कार्यक्रमों के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों से वंचित करने का प्रयास है, जिससे वह न केवल अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ा सके, बल्कि अमेरिका और उसके सहयोगियों को धमकाने वाले आतंकवादी समूहों को भी समर्थन प्रदान कर सके।
इजरायल सेना ईरान से बदला लेने की कर रही तैयारी
इज़राइल ने 1 अक्टूबर को ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमले का प्रतिशोध लेने का संकल्प लिया है। इस समय इज़राइल का ध्यान लेबनान और गाजा पर केंद्रित है, जहां इज़राइली सेना ने भीषण हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। इस संदर्भ में एक बयान में कहा गया कि अमेरिकी ट्रेजरी अब ईरानी अर्थव्यवस्था के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों में काम करने के लिए दृढ़ संकल्पित किसी भी व्यक्ति पर प्रतिबंध लगा सकता हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इज़राइल को सलाह दी है कि उसे ईरान के तेल क्षेत्रों पर हमले के विकल्पों का पता लगाना चाहिए। हालांकि, इस पर तीन खाड़ी देशों के सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि वे इज़राइल को तेल साइटों पर हमला करने से रोकने के लिए अमेरिका से गुजारिश कर रहे हैं। इन देशों को चिंता है कि अगर संघर्ष बढ़ता है, तो उनकी अपनी सुविधाएं ईरान के प्रॉक्सी ग्रुप्स के निशाने पर आ सकती हैं।
क्या है ईरान का 'भूतिया भेड़ा'?
ईरान की "घोस्ट फ्लीट" समुद्र के माध्यम से अवैध तरीके से पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों का दूसरे देशों में व्यापार करती है, लेकिन अमेरिका ने इस पर लगाए गए प्रतिबंधों को और बढ़ा दिया है, जिससे ईरान को बड़ा झटका लगा है। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने यह घोषणा की है कि वह राष्ट्रीय ईरानी तेल कंपनी के समर्थन में शामिल 16 संस्थाओं को नामित करेगा, जो पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों के शिपमेंट में भागीदारी कर रही हैं।
इसके साथ ही, 17 जहाजों को अवरुद्ध संपत्ति के रूप में पहचाना गया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने ईरान के हथियार कार्यक्रमों में धन के प्रवाह और "आतंकवादी प्रतिनिधियों और साझेदारों" के समर्थन को बाधित करने के लिए भी कदम उठाए हैं। इसके तहत तेहरान के पेट्रोलियम व्यापार में शामिल छह संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए गए हैं और छह जहाजों को अवरुद्ध संपत्ति के रूप में पहचाना गया हैं।