हरियाणा में इन दिनों गर्मी का प्रचंड प्रकोप से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार सुबह से ही तेज धूप निकलने के बाद लू चलने लगी थी। मौसम विभाग ने चार-पांच दिनों के लिए तापमान में बढ़ोतरी का अलर्ट जारी किया हैं।
पानीपत: देश हर में इन दिनों लोगों को गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है। इस भयंकर गर्मी के बीच पानीपत में सुबह 7:00 बजे से ही तेज धूप और दिन में 11:00 बजे के बाद तेज लू चलने लगती है। गुरुवार (३१ मई) को तापमान 44.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम का मिजाज इन दिनों काफी गर्म बना हुआ है। बताया कि शुक्रवार सुबह ही तेज धूप निकलने के बाद लू के थपेड़ों से आमजन बेहाल दिखाई दिए। मौसम विभाग ने आने वाले चार-पांच दिनों के लिए तापमान में बढ़ोतरी के आसार जताए है, साथ ही मौसम में कुछ बदलाव का भी अनुमान हैं।
लोग घर में रहने को मजबूर
मौसम विभाग ने Subkuz.com को बताया कि सूरज निकलने के उसके तीखे तेवर देखने को मिले। दोपहर तक गर्मी ने प्रचंड रूप धारण करके लोगों को घरों में ही दुबककर रहने को मजबूर कर दिया। तेज धूप के बीच चल रही लू के कारण लोगों ने घरों से निकलना सही नहीं समझा। सभी गलियां, बाजार और सड़कें सुनसान नजर आई। सड़कों पर वाहन भी मात्र इक्का दुक्का ही दिखाई दिया।
तेज गर्मी के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी
जानकारी के मुताबिक चिकित्सकों ने लोगों को इस प्रचंड गर्मी को देखते हुए धूप में घर से बाहर न निकलने की सलाह दी हैं। अगर किसी काम से बाहर जा रहे हैं तो शरीर को पूरी तरह से सूती कपड़ों से ढककर ही निकले। साथ ही स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधानी बरतने की भी सलाह दी है। तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी के कारण अस्पताल में मरीज भी अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों ने आमजन को गर्मी से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी हैं।
डॉक्टर ने बताया कि इस मौसम में अधिक गर्मी के कारण लोगों को डिहाईड्रेशन, हैजा व उल्टी-दस्त जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके कारण असपतम में लगातार मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा हैं। नागरिक अस्पताल के चिकित्सक डा. श्याम लाल सैनी ने कहां कि लू से बचने के लिए ठंडे तरल पदार्थ का अधिक से अधिक मात्रा में प्रयोग करें और धूप में निकलने से बचें। बाजार में सड़े व कटे फलों से दूरी बनाकर रखे। दोपहर के समय घरों से यदि कोई जरुरी काम होने पर बाहर आते -जाते समय शरीर के सभी अंगों को हल्के सूती कपड़ों से ढक कर रखना।