दिल्ली में पॉल्यूशन का लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) भी खराब स्तर पर पहुंच गया है, जिससे हवा की गुणवत्ता बेहद चिंताजनक हो गई है। पॉल्यूशन की वजह से खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों, और सांस की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।
मौसम: दिल्ली-एनसीआर में मौसम धीरे-धीरे बदल रहा है, और गुलाबी ठंड की शुरुआत होने वाली है। पिछले कुछ दिनों में बादल छाए रहने के बाद अब मौसम साफ होने की संभावना है। रविवार को दिल्ली में मौसम साफ रहने के साथ तेज धूप निकलेगी, जिससे दिन में गर्माहट महसूस हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। इस समय हल्की ठंड की शुरुआत के संकेत मिल रहे हैं, जो आने वाले दिनों में धीरे-धीरे बढ़ेगी, खासकर सुबह और रात के समय। दिल्ली-एनसीआर के लोग इस बदलते मौसम के साथ दिन में हल्की गर्मी और सुबह-शाम ठंडक का अनुभव कर सकते हैं।
दिल्ली में बढ़ा प्रदुषण
दिल्ली की हवा अत्यंत जहरीली हो चुकी है, जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। स्मॉग की चादर ने राजधानी को ढक लिया है, और इसके समाधान के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं, जैसे पानी का छिड़काव, पेड़ों पर जमी धूल की सफाई, और जगह-जगह एंटी स्मॉग गन की तैनाती। इसके अलावा, यमुना नदी का हाल भी बेहद भयावह है, जिसमें केमिकल और सफेद झाग भर गया है, जो जल प्रदूषण के गंभीर संकट को दर्शाता है। बारिश के मौसम में जो साफ हवा थी, वह अब जहरीली हो गई है और दिल्ली-एनसीआर की हवा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मानक सीमा से 8 गुना ज्यादा प्रदूषित हो चुकी हैं।
पंजाब और हरियाणा से आने वाले पराली जलाने के धुएं ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लेवल 400 के करीब पहुंचने की तैयारी में है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं।
मौसम विभाग ने जारी किया बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड और पंजाब के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है। इसके अलावा, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल, और तमिलनाडु के कई जिलों में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जानकारी दी है कि 21 से 25 अक्टूबर तक देश के इन क्षेत्रों में बारिश होने की उम्मीद है। इस अवधि में विभिन्न राज्यों में मौसम में बदलाव के साथ-साथ बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। किसानों और आम लोगों के लिए यह जानकारी महत्वपूर्ण है, ताकि वे अपने कार्यों और योजनाओं को उचित रूप से समायोजित कर सकें।