मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए फरमान के अनुसार आने वाले तीन-चार दिनों में राजस्थान के तापमान में उथल-पुथल का दौर चलता ही रहेगा। मौसम बिभाग ने कहां है कि आने वाले कुछ हफ्ते में मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई जा रही हैं।
राजस्थान मौसम: राजस्थान में गर्मी नेअपने तीखे तेवर दिखाना शुरू कर दिया है. प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर हो रहा है. बाड़मेर में तापमान 38.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. और जैसलमेर का न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस मापा गया है. मौसम विभाग से Subkuz.com को मिली रिपोर्ट के अनुसार कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण रविवार (२४ मार्च) को पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान के बीकानेर और जयपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने कहां आने वाले दिनों में राजस्थान के तापमान में उथल-पुथल का दौर ऐसे ही जारी रहेगा. सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ भी राजस्थान को छोड़कर चला गया. अब कुछ सप्ताह तक मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई जा रही हैं।
कैसा रहेगा आज का मौसम?
मौसम विभाग द्वारा जारी मौसम रिपोर्ट के अनुसार शनिवार (२३ मार्च) को जयपुर में न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री और अधिकतम तापमान 35.19 डिग्री, श्रीगंगानगर में न्यूनतम तापमान 20.25 डिग्री और अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री, चुरू में न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री और अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री, जोधपुर में न्यूनतम तापमान 20.3 डिग्री और अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री, बीकानेर में न्यूनतम तापमान 21.5 डिग्री और अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री, जैसलमेर में न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री और अधिकतम तापमान 35.9 डिग्री, उदयपुर में न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री और अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री, कोटा में न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री और अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना हैं।
आने वाले दिनों में होगा मौसम में बदलाव
जानकारी के मुताबिक मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि राजस्थान पर बन रहे एक नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से 26 और 27 मार्च को प्रदेश के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में बादल गरजने के साथ ही हल्की बारिश की बौछार होने की संभावना है. जिन क्षेत्रों में हल्की बारिस की बौछार गिरेगी, उधर ठंडी हवा का जोखा भी चलेंगा। मौसम में इस बदलाव से लोगों को कुछ हद तक गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की भी संभावना है. मौसम विभाग ने बताया कि हफ्ते के अंत में सौराष्ट्र, कच्छ और पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में लू के थपेड़े लगने की संभावना अभी कम है।