भारतीय टीम के स्पिनर रवींद्र जडेजा ने मुंबई के वानखड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी सटीक गेंदबाजी और विविधताओं के साथ न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को परेशान करते हुए एक महत्वपूर्ण योगदान दिया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: रवींद्र जडेजा की अगुआई में भारतीय टीम ने मुंबई में खेले जा रहे तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड को दूसरी पारी में 174 रनों पर ढेर कर दिया। जडेजा ने इस शानदार प्रदर्शन में पांच विकेट लेकर टीम की जीत की उम्मीदों को जिंदा रखा। यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण क्षण है, क्योंकि उन्होंने वानखड़े स्टेडियम में जो किया, वह उन्होंने पहले कभी नहीं किया था।
जडेजा का यह प्रदर्शन उनके टेस्ट करियर में एक नए मील का पत्थर है, जो उनकी मेहनत और क्षमता को दर्शाता है। उन्होंने 2012 में अपने टेस्ट डेब्यू के बाद से कई मैच खेले हैं, लेकिन इस तरह की गेंदबाजी करके उन्होंने एक नई ऊंचाई हासिल की है। न्यूजीलैंड ने भारत को जीत के लिए 147 रनों का लक्ष्य दिया है, और भारतीय टीम पहले से ही सीरीज हार चुकी है। ऐसे में जडेजा का यह प्रदर्शन टीम की साख को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब टीम इंडिया के बल्लेबाजों को जडेजा की मेहनत का फल देना होगा और लक्ष्य को हासिल करना होगा।
जडेजा ने दोनों परियों में लगाया विकेट का 'पंजा'
रवींद्र जडेजा ने मुंबई के वानखड़े स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में एक शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने एक ही मैच की दोनों पारियों में पांच-पांच विकेट लेकर इतिहास रच दिया। यह पहली बार है जब जडेजा ने किसी टेस्ट मैच की दोनों पारियों में ऐसा कारनामा किया है। जडेजा ने पहली पारी में 22 ओवरों में 65 रन देकर पांच विकेट लिए, जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 13.5 ओवरों में 55 रन देकर फिर से पांच विकेट हासिल किए। यह उनके टेस्ट करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले साल फरवरी में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में खेले गए मैच में 10 विकेट लिए थे, जिसमें पहली पारी में तीन और दूसरी पारी में सात विकेट शामिल थे।
जडेजा का बड़ा कारनामा
रवींद्र जडेजा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में पांच-पांच विकेट लेकर एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। वह इस मामले में भारत के दूसरे स्पिनर बन गए हैं। इससे पहले रविचंद्रन अश्विन ने यह करिश्मा किया था, लेकिन इस बार जडेजा ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया।
दिलचस्प बात यह है कि अश्विन को इस टेस्ट मैच की पहली पारी में कोई विकेट नहीं मिला, जबकि उन्होंने दूसरी पारी में तीन विकेट लिए। जडेजा की काबिलियत और जज्बा उनकी गेंदबाजी में स्पष्ट दिखाई दे रहा है, और उन्होंने इस मैच में अपनी टीम को मजबूत स्थिति में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं।