शास्त्र के अनुसार, मनुष्य द्वारा देखे गए सपनों का कहीं न कहीं भविष्य से संबंध होता है। आइए इस लेख में जानें कि सपने में प्रलय देखना किस तरह का संकेत देता है।
लेकिन पहले जान लें कि आखिर प्रलय होता क्या है-
जो जन्मा है वह मरेगा - पेड़, पौधे, प्राणी, मनुष्य, पितर और देवताओं की आयु निर्धारित है, उसी तरह समूचे ब्रह्मांड की भी आयु होती है। धरती, सूर्य, चंद्र सभी की आयु होती है। इस आयु चक्र को समझने वाले समझते हैं कि प्रलय क्या है। प्रलय भी जन्म, मृत्यु, और पुनः जन्म की एक प्रक्रिया है। जन्म एक सृजन है तो मृत्यु एक प्रलय।
पल-प्रतिपल प्रलय होती रहती है। किंतु जब महाप्रलय होता है, तो सम्पूर्ण ब्रह्मांड वायु की शक्ति से एक ही जगह खिंचकर एकत्रित होकर भस्म हो जाता है। तब प्रकृति अणु वाली हो जाती है, अर्थात सूक्ष्म अणुरूप में बदल जाती है।
अर्थात संपूर्ण ब्रह्मांड भस्म होकर पुनः पूर्व की अवस्था में हो जाता है, जबकि सिर्फ ईश्वर ही विद्यमान रहते हैं। न ग्रह होते हैं, न नक्षत्र, न अग्नि, न जल, न वायु, न आकाश और न जीवन। अनंत काल के बाद पुनः सृष्टि प्रारंभ होती है।
यदि किसी सपने में आप खुद को भूमिगत प्रलय में पाते हैं और वहां भटकते हैं, पूरी तरह से अंधेरे में, बाहर निकलने का रास्ता तलाशते हैं, तो इसका मतलब है कि वास्तव में आप एक जटिल और भ्रमित करने वाले मामले का समाधान निकालने में सक्षम होंगे।
यदि सपने में आप अचानक गिरने के कारण प्रलय से बाहर नहीं निकल पाते हैं, तो यह खतरे की चेतावनी है।