बहुत समय पहले, जंगल में एक अजीब पक्षी रहता था। उसका शरीर एक था, लेकिन सिर दो थे। एक दिन, वह पक्षी जंगल में घूम रहा था जब एक सिर ने एक स्वादिष्ट फल देखा और खाने लगा। दूसरे सिर ने कहा, "यह फल बहुत स्वादिष्ट लग रहा है। मुझे भी खाने दो।" पहले सिर ने गुस्से में जवाब दिया, "यह फल मैंने देखा है! इसे पूरा मैं ही खाऊंगा।"
दूसरा सिर चुप हो गया और थोड़ा निराश हो गया। कुछ दिनों बाद, दूसरे सिर को एक जहरीला फल दिखा और उसने पहले सिर से बदला लेने की सोची। दूसरा सिर बोला, "मैं यह फल खाऊंगा क्योंकि तुमने उस दिन मेरा अपमान किया था।" पहले सिर ने कहा, "उस फल को मत खाओ, हम दोनों का पेट तो एक ही है।" लेकिन दूसरे सिर ने वह फल खा लिया और वह अजीब पक्षी मर गया।
शिक्षा
इस कहानी से शिक्षा मिलती है कि एकजुट होकर रहने में ही हमारी जीत है।