आजकल GPS से लेकर स्मार्टफोन तक सभी तकनीकें हमें सही जगह पर पहुंचने और अपनी लोकेशन ट्रैक करने में मदद करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भविष्य में GPS की जगह बैक्टीरिया से ही लोकेशन का पता लगाया जा सकता है? यह तकनीक वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गई है, जो आपके शरीर में मौजूद बैक्टीरिया के पैटर्न से आपकी लोकेशन ट्रैक कर सकती है। इस तकनीक का नाम माइक्रोबायोम-जियोग्राफिकल पॉपुलेशन स्ट्रक्चर (M-GPS) है, और यह हमारे शरीर के भीतर मौजूद बैक्टीरिया को एक प्रकार के "जीपीएस सिग्नल" के रूप में उपयोग करती है।
कैसे काम करेगा M-GPS टेक्नोलॉजी
M-GPS तकनीक बैक्टीरिया के विशिष्ट पैटर्न को पहचान कर यह पता लगाएगी कि आप कहां हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप किसी पहाड़ी क्षेत्र में हैं, तो आपके शरीर में पाए जाने वाले बैक्टीरिया का पैटर्न अलग होगा, जबकि अगर आप शहर में हैं तो यह पैटर्न अलग होगा। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह तकनीक 92% मामलों में सही स्थान का अनुमान लगाने में सफल रही है।
वहीं, इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यह स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में भी अहम भूमिका निभा सकती है। बैक्टीरिया के पैटर्न का विश्लेषण करके वैज्ञानिक यह पता लगा सकते हैं कि आप जिस स्थान पर हैं वहां किस प्रकार के वातावरण और संक्रमण का खतरा हो सकता है।
बीमारियों के फैलने पर नियंत्रण
M-GPS तकनीक की एक और खास बात यह है कि यह बीमारी फैलने के संभावित स्थानों का पता लगाने में भी मदद कर सकती है। जैसे ही बैक्टीरिया का पैटर्न बदलता है, यह संकेत हो सकता है कि कहीं संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे में यह तकनीक बीमारी फैलने से पहले ही उसे नियंत्रित करने में मदद कर सकती है, जिससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आ सकता है।
भविष्य की संभावनाएं
वैज्ञानिकों का मानना है कि भविष्य में यह तकनीक स्मार्टफोन में इंटीग्रेट की जा सकती है, जिससे हर किसी को इसके लाभ का फायदा मिल सकेगा। स्मार्टफोन की स्क्रीन में नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी, जैसे कि बैक्टीरिया के पैटर्न का पता लगाने के लिए विशेष सेंसर। इससे न केवल हमें अपनी लोकेशन का सटीक पता मिलेगा, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के बारे में भी अधिक जानकारी मिल सकेगी।
इस नई तकनीक का भविष्य बेहद रोचक है और यह हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को बदलने की क्षमता रखता है। GPS से लेकर स्वास्थ्य निगरानी तक, यह बैक्टीरिया आधारित लोकेशन ट्रैकिंग तकनीक कई महत्वपूर्ण कार्यों में सहायक साबित हो सकती है।