प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियाँ Airtel, Jio और Vi ने साइक्लोन प्रभावित क्षेत्रों में कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए सहयोग किया है। इन तीनों कंपनियों ने मिलकर इंट्रा-सर्कल रोमिंग (ICR) सेवा की शुरुआत की है। इस सेवा के माध्यम से सभी उपयोगकर्ता अपने नेटवर्क से कॉलिंग और डेटा सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकेंगे। इस साझेदारी में BSNL भी शामिल है, जिससे ग्राहकों को और अधिक सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
नई दिल्ली: प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां Airtel, Jio और Vi ने साइक्लोन प्रभावित क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बहाल करने के लिए हाथ मिलाया है। तीनों कंपनियों ने मिलकर इंट्रा-सर्कल रोमिंग (ICR) सेवा शुरू की है, जिससे सभी यूजर्स अपने नेटवर्क से कॉलिंग और डेटा की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
दरअसल, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों और बिहार, झारखंड, तेलंगाना तथा नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में चक्रवाती तूफान का खतरा है। इस तूफान में हवाएं 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलने और भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। BSNL भी इस प्रयास में शामिल है, जो टेलीकॉम कंपनियों के साथ मिलकर इंट्रा-सर्कल रोमिंग (ICR) सेवा शुरू कर रही है, ताकि लोगों को बेहतर नेटवर्क सुविधा मिल सके।
तूफान के लिए Jio की तैयारी
मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एयरटेल, वीआई और BSNL के साथ मिलकर इंट्रा-सर्कल रोमिंग सेवा शुरू की है। इसके साथ ही, तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में बैकअप पावर सिस्टम की भी व्यवस्था की गई है, ताकि नेटवर्क सेवाएं लगातार निर्बाध रूप से चलती रहें।
एयरटेल ने पेश किया नया प्लान
भारती एयरटेल ने इंट्रा-सर्कल रोमिंग सेवा की शुरुआत की है। इसके साथ ही, एयरटेल ने 24×7 "वॉर रूम" स्थापित किया है, जिसमें अतिरिक्त बैकअप सिस्टम उपलब्ध रहेगा। इसका मुख्य उद्देश्य तूफान के दौरान लोगों को नेटवर्क सुविधा प्रदान करके उन्हें कनेक्टेड रखना है।
वीआई की तैयारी
वीआई ने सभी टेलीकॉम कंपनियों के साथ मिलकर इंट्रा-सर्कल रोमिंग सेवा की शुरुआत की है। इस सेवा के माध्यम से, तूफान जैसी परिस्थितियों में लोगों को नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान करने का प्रयास किया गया है।
बीएसएनएल ने भी जोड़ी हाथ सरकारी टेलीकॉम कंपनी
बीएसएनएल ने एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया (Vi) के साथ सहयोग किया है, ताकि तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को नेटवर्क सेवा उपलब्ध कराई जा सके।