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अब घर खरीदना हुआ आसान, GST 2.0 से निर्माण लागत में 3-5% की कमी, जानें कैसे मिलेगा फायदा?

अब घर खरीदना हुआ आसान, GST 2.0 से निर्माण लागत में 3-5% की कमी, जानें कैसे मिलेगा फायदा?

GST 2.0 में कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स पर कर दरें कम होने से रियल एस्टेट सेक्टर को राहत मिलेगी। सीमेंट, ईंट, रेत, संगमरमर और ग्रेनाइट पर टैक्स घटाकर प्रोजेक्ट लागत कम होगी, जिससे घर खरीदारों को किफायती मकान मिलेंगे और डेवलपर्स समय पर प्रोजेक्ट डिलीवरी कर पाएंगे। अफोर्डेबल हाउसिंग को भी फायदा होगा।

GST Impact on Real Estate: GST काउंसिल ने निर्माण सामग्री पर कर दरें घटाकर रियल एस्टेट सेक्टर में नए अवसर पैदा किए हैं। सीमेंट पर 28% से 18%, ईंट-रेत, संगमरमर और ग्रेनाइट ब्लॉक्स पर 12% से 5% कर लगाया जाएगा। इससे प्रोजेक्ट लागत कम होगी और डेवलपर्स समय पर डिलीवरी कर पाएंगे, जबकि घर खरीदारों को किफायती मकान उपलब्ध होंगे। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार यह कदम अफोर्डेबल हाउसिंग और पूरे निर्माण उद्योग के लिए सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

निर्माण लागत में कमी

56वीं GST काउंसिल की बैठक में सीमेंट पर GST 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया। सीमेंट किसी भी निर्माण प्रोजेक्ट में अहम भूमिका निभाता है। इसकी दर घटने से प्रोजेक्ट की कुल लागत कम होगी। इसके साथ ही संगमरमर और ट्रैवर्टीन ब्लॉकों पर टैक्स 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया। ग्रेनाइट ब्लॉकों पर भी अब 5 प्रतिशत GST लगेगा। रेत, ईंट और पत्थर की जड़ाई पर भी 5 प्रतिशत टैक्स लगेगा। इससे डेवलपर्स की इनपुट कॉस्ट कम होगी और प्रोजेक्ट तेजी से पूरे किए जा सकेंगे।

प्रोजेक्ट डिलीवरी में आसानी

सिक्का ग्रुप के चेयरमैन हरविंदर सिंह सिक्का का कहना है कि निर्माण सामग्री पर टैक्स कम होने से प्रोजेक्ट की लागत कम होगी। इससे डेवलपर्स को समय पर प्रोजेक्ट पूरा करने में मदद मिलेगी। त्योहारों के समय घर खरीदारों का भरोसा बढ़ेगा और बाजार में नई ऊर्जा आएगी। इसके अलावा, इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी आने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।

पूरे सेक्टर को नई ऊर्जा

अंसल हाउसिंग के डायरेक्टर कुशाग्र अंसल का कहना है कि निर्माण सामग्री पर GST दरों में कटौती से पूरे रियल एस्टेट सेक्टर को नई ऊर्जा मिलेगी। सीमेंट, टाइल्स और अन्य अहम सामग्री की कीमत कम होने से प्रोजेक्ट्स की फाइनेंसिंग और डिलीवरी आसान होगी। इससे घर खरीदारों को मकान सस्ते दामों पर उपलब्ध होंगे।

केडब्ल्यू ग्रुप के डायरेक्टर पंकज कुमार जैन कहते हैं कि घर हर व्यक्ति की बुनियादी जरूरत है। 28 प्रतिशत तक जीएसटी आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ाता था। अब जीएसटी दरों में कमी से सेक्टर को राहत मिलेगी।

अफोर्डेबल हाउसिंग को बढ़ावा

एसकेबी ग्रुप के सीएमडी विकास पुंडीर ने कहा कि निर्माण सामग्रियों पर टैक्स कम होने से लागत में 3-5 प्रतिशत तक कमी आएगी। इसका सीधा फायदा अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को मिलेगा। इससे आम लोगों के लिए मकान खरीदना आसान होगा।

त्रेहान ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर सारांश त्रेहान कहते हैं कि यह कदम डेवलपर्स और घर खरीदार दोनों को लाभ पहुंचाएगा। डेवलपर्स की इनपुट कॉस्ट कम होगी और वित्तीय दबाव घटेगा। इससे प्रोजेक्ट तेजी से पूरे होंगे। घर खरीदारों को किफायती दामों पर मकान मिलेंगे।

बाजार पर असर

विशेषज्ञों का मानना है कि GST 2.0 के इस सुधार से रियल एस्टेट सेक्टर में नई मांग बढ़ेगी। नए प्रोजेक्ट लॉन्च होंगे और निवेशकों और खरीदारों का भरोसा मजबूत होगा। इसके अलावा, सेक्टर में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

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