2 अक्टूबर को दशहरे के अवसर पर खैरागढ़ क्षेत्र में, गांव डुंगरवाला के पास उटंगन नदी में मूर्ति विसर्जन के दौरान 13 लोग नदी में बह गए थे। एक युवक, विष्णु, तुरंत बचा लिया गया था, बाकी 12 लापता माने जा रहे थे।
करीब 124 घंटों तक चले रेस्क्यू अभियानों के बाद मंगलवार को सभी 12 शव बरामद कर लिए गए। राहत एवं बचाव दलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), सेना, प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC) की बाढ़ इकाई, स्थानीय गोताखोर और पुलिस शामिल थीं।
अधिकारियों ने बताया कि शव नदी के बीच गहरे गड्ढों में फंसे थे, जिससे बरामदगी कठिन रही। खोज दलों ने गोताखोरी सुविधा बढ़ाने के लिए नदी की धारा को अस्थायी रूप से मोड़ा।
मृतकों की पहचान सचिन (14), करण (21), भगवती (23), ओके (19), गजेंद्र (20), ओमपाल (35), गगन (25), दीपक (15), अभिषेक (16), दिनेश (19), मनोज (15) और हरेश (22) नामों से हुई है।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार और ज़िलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता की पुष्टि की और बचाव दलों व ग्रामीणों को धन्यवाद संवेदना दी।