Columbus

अगस्त 2025 में भारत का एक्सपोर्ट 6.7% बढ़ा, अमेरिका बना सबसे बड़ा बाजार, जानें ट्रेड बैलेंस की स्थिति

अगस्त 2025 में भारत का एक्सपोर्ट 6.7% बढ़ा, अमेरिका बना सबसे बड़ा बाजार, जानें ट्रेड बैलेंस की स्थिति

अगस्त 2025 में भारत का एक्सपोर्ट 6.7% बढ़कर 35.1 अरब डॉलर रहा, जबकि इंपोर्ट 10.12% घटकर 61.59 अरब डॉलर पर आ गया। सोने के आयात में 57% गिरावट से वस्तु व्यापार घाटा घटकर 26.49 अरब डॉलर रहा। अमेरिका 6.86 अरब डॉलर के साथ भारत का शीर्ष एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन बना।

India's Export: वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त 2025 में भारत का कुल एक्सपोर्ट (वस्तु और सेवाएं) 69.16 अरब डॉलर रहा, जो सालाना आधार पर 6.7% अधिक है। वहीं इंपोर्ट 79.04 अरब डॉलर पर रहा, जिससे व्यापार घाटा 9.88 अरब डॉलर दर्ज किया गया। गोल्ड इंपोर्ट में 56.67% की भारी गिरावट से वस्तु व्यापार घाटा घटकर 26.49 अरब डॉलर हो गया। इस दौरान अमेरिका भारत का सबसे बड़ा एक्सपोर्ट मार्केट रहा, जहां 6.86 अरब डॉलर का सामान भेजा गया।

व्यापार घाटा घटा, निर्यातकों में उत्साह

अगस्त में वस्तुओं और सेवाओं का कुल एक्सपोर्ट 69.16 अरब डॉलर रहा, जबकि इंपोर्ट 79.04 अरब डॉलर पर दर्ज हुआ। इस आधार पर भारत का कुल व्यापार घाटा 9.88 अरब डॉलर रहा। यह स्थिति पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर रही है। खासतौर पर सोने के आयात में भारी गिरावट से घाटे पर नियंत्रण रखने में मदद मिली है।

अमेरिका रहा भारत का नंबर वन एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन

टैरिफ से जुड़े विवादों और वैश्विक आर्थिक दबावों के बावजूद अमेरिका भारत का सबसे बड़ा एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन बना रहा। अगस्त में भारत ने अमेरिका को 6.86 अरब डॉलर का सामान भेजा, जो सालाना आधार पर 7.15 प्रतिशत ज्यादा है। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात 3.24 अरब डॉलर के साथ दूसरे और नीदरलैंड 1.83 अरब डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर रहा। चीन 1.21 अरब डॉलर के साथ चौथे और ब्रिटेन 1.14 अरब डॉलर के साथ पांचवें स्थान पर रहा।

इंपोर्ट में चीन का दबदबा बरकरार

भले ही एक्सपोर्ट के मामले में चीन भारत के टॉप-3 बाजारों में नहीं है, लेकिन इंपोर्ट में उसका दबदबा बरकरार है। अगस्त में भारत ने चीन से 10.91 अरब डॉलर का सामान मंगवाया। रूस 4.83 अरब डॉलर, यूएई 4.66 अरब डॉलर, अमेरिका 3.6 अरब डॉलर और सऊदी अरब 2.5 अरब डॉलर के साथ शीर्ष आयात देशों में शामिल रहे।

एक्सपोर्ट की अहम कैटेगरी

अगस्त में भारत के कुल एक्सपोर्ट में कई सेक्टरों का अहम योगदान रहा। इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स 9.9 अरब डॉलर के साथ सबसे ऊपर रहे। इसके अलावा पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स 4.48 अरब डॉलर, इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स 2.93 अरब डॉलर, दवाएं 2.51 अरब डॉलर और रत्न व आभूषण 2.31 अरब डॉलर के साथ प्रमुख निर्यात कैटेगरी में शामिल रहे।

इंपोर्ट के मामले में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स 13.26 अरब डॉलर पर सबसे आगे रहे। इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स 9.73 अरब डॉलर, केमिकल 2.49 अरब डॉलर, वनस्पति तेल 2 अरब डॉलर, कोयला और कोक 2 अरब डॉलर तथा फर्टिलाइजर 1.65 अरब डॉलर के साथ शीर्ष आयात श्रेणियों में रहे।

सोने के आयात में 57 प्रतिशत की गिरावट

अगस्त 2025 में सोने के आयात में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। यह 56.67 प्रतिशत घटकर 5.43 अरब डॉलर रह गया, जबकि पिछले साल अगस्त में यह 12.55 अरब डॉलर था। सोने के आयात में आई यह कमी व्यापार घाटा घटाने में अहम साबित हुई।

सर्विस सेक्टर का दमदार प्रदर्शन

सिर्फ वस्तु व्यापार ही नहीं, बल्कि सर्विस सेक्टर में भी भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। अगस्त में सर्विस एक्सपोर्ट 34.06 अरब डॉलर और सर्विस इंपोर्ट 17.45 अरब डॉलर रहा। इससे 16.61 अरब डॉलर का सर्विस सरप्लस दर्ज हुआ। अप्रैल से अगस्त 2025 के बीच सर्विस एक्सपोर्ट 165.22 अरब डॉलर और इंपोर्ट 84.25 अरब डॉलर रहा। यानी इस अवधि में 80.97 अरब डॉलर का सर्विस सरप्लस मिला, जो पिछले साल की समान अवधि के 68.25 अरब डॉलर से कहीं ज्यादा है।

अप्रैल से अगस्त 2025 का कुल प्रदर्शन

वित्त वर्ष 2025-26 की पहली पांच महीनों में भारत का कुल एक्सपोर्ट (वस्तु और सेवाएं मिलाकर) 6.18 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 349.35 अरब डॉलर रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 329.03 अरब डॉलर था। इस दौरान देश का इंपोर्ट भी नियंत्रित रहा जिससे व्यापार घाटे पर काबू पाने में मदद मिली।

Leave a comment