एयर इंडिया की फ्लाइट 171 के भयानक विमान हादसे में मारे गए चार यात्रियों के परिजनों ने अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग और फ्यूल स्विच बनाने वाली हनीवेल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। यह अमेरिका में बोइंग के खिलाफ अहमदाबाद हादसे से जुड़ा पहला केस है।
Plane Crash Vivad: अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना को लेकर शुरू से ही अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग पर सवाल उठते रहे हैं। बोइंग में काम कर चुके पूर्व कर्मचारी भी व्हिसलब्लोअर बनकर कंपनी की खामियों और सुरक्षा संबंधी लापरवाहियों को उजागर कर चुके हैं। हालांकि, अब तक अमेरिकी एजेंसियों की कोशिश यही रही है कि किसी तरह बोइंग को क्लीनचिट मिल जाए, ताकि कंपनी की छवि पर कोई असर न पड़े।
लेकिन 12 जून को इस हादसे में मारे गए चार यात्रियों के परिजनों ने एयर इंडिया की फ्लाइट 171 के हादसे के लिए बोइंग और हनीवेल को जिम्मेदार ठहराते हुए मुकदमा दायर कर दिया है।
बोइंग और हनीवेल पर गंभीर आरोप
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के डेलावेयर सुपीरियर कोर्ट में मंगलवार को मुकदमा दर्ज किया गया। शिकायत में कहा गया कि बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के फ्यूल स्विच ने अचानक काम करना बंद कर दिया, जिससे इंजन को टेकऑफ के लिए पर्याप्त शक्ति नहीं मिल पाई। फ्यूल स्विच हनीवेल द्वारा बनाया गया है।
मुकदमे में आरोप लगाया गया कि बोइंग और हनीवेल दोनों को इसके संभावित जोखिमों के बारे में जानकारी थी। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने भी पहले इस स्विच के लॉकिंग मेकेनिज्म को लेकर चेतावनी दी थी। शिकायत में कहा गया, बोइंग ने फ्यूल स्विच को थर्स्ट लीवर के पीछे रखा, जिससे सामान्य कॉकपिट गतिविधियों में भी अनजाने में कॉटऑफ होने का जोखिम रहता है। हनीवेल और बोइंग ने इस अपरिहार्य आपदा को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
पीड़ितों का दावा - अमेरिका की कोशिशें फेल
मुकदमे में शामिल पीड़ितों में हैं: कांताबेन धीरूभाई पघादल, नाव्या चिराग पघादल, कुबेरभाई पटेल और बाबीबेन पटेल। इसके अलावा हादसे में 12 क्रू मेंबर्स और मेडिकल कॉलेज परिसर में मौजूद 19 लोग भी मारे गए थे। याचिकाकर्ता भारत और यूके के नागरिक हैं और इन दोनों देशों में से किसी एक में रहते हैं। हादसे की जांच अभी पूरी नहीं हुई है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ कि टेकऑफ से पहले कॉकपिट में फ्यूल स्विच को लेकर पायलटों में भ्रम था।
जुलाई में एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने जो अंतरिम रिपोर्ट जारी की थी, उसमें पायलटों और कॉकपिट क्रू के बीच फ्यूल स्विच को लेकर कंफ्यूजन का जिक्र किया गया। इसके बावजूद FAA के एडिमिनिस्ट्रेटर ब्रायन बेडफोर्ड ने दावा किया कि तकनीकी गड़बड़ी को हादसे का दोषी नहीं ठहराया जा सकता।