भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत सकारात्मक रही। अमेरिका 25% अतिरिक्त टैरिफ हटाने और रैसिप्रोकल टैरिफ कम करने पर विचार कर रहा है। मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन के अनुसार 8-10 हफ्तों में समाधान संभव है।
Trump Tariff: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार (Trade Deal) के संबंधों में हालिया दौर में सकारात्मक संकेत देखने को मिल रहे हैं। अमेरिकी प्रशासन भारत से जुड़े टैरिफ मुद्दों पर नरमी दिखाने को तैयार है। विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी पक्ष भारतीय सामानों पर लगाए गए 25% अतिरिक्त टैरिफ पर विचार कर रहा है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार (Chief Economic Advisor) वी अनंत नागेश्वरन ने हालिया बयान में उम्मीद जताई है कि अमेरिका जल्द ही भारतीय वस्तुओं पर अतिरिक्त टैरिफ कम कर सकता है और रैसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff) घटाने पर भी विचार कर सकता है।
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों को मजबूत बनाने के लिए कई महीने से वार्ता चल रही है। इस दौर में दोनों देशों के व्यापार प्रतिनिधियों ने कई दौर की बातचीत की है। इसी कड़ी में 16 सितंबर 2025 को दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में अमेरिका की ओर से चीफ नेगोशिएटर ब्रेंडन लिंच और भारत की ओर से एडिशनल सेक्रेटरी राजेश अग्रवाल शामिल हुए।
रिपोर्ट्स के अनुसार यह बैठक आधिकारिक राउंड का हिस्सा नहीं थी, लेकिन व्यापार समझौते पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण थी। बैठक को लेकर दोनों पक्षों ने सकारात्मक संकेत दिए हैं। अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने बताया कि यह बैठक द्विपक्षीय व्यापार वार्ता के अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए हुई थी।
25% टैरिफ हटाने की संभावना
मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने स्पष्ट किया कि उन्हें उम्मीद है कि अगले 8 से 10 हफ्तों के भीतर टैरिफ विवाद सुलझ सकता है। उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि अगले कुछ महीनों में कम से कम 25% अतिरिक्त टैरिफ से समाधान निकल जाएगा।”
इससे भारत में निर्यातक और व्यापारी राहत की सांस ले सकते हैं। अगर अमेरिकी प्रशासन इस कदम को लागू करता है, तो भारतीय वस्तुओं की अमेरिका में बिक्री में वृद्धि होगी और व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी।
बैठक में आए सकारात्मक संकेत
भारत और अमेरिका की 16 सितंबर की बैठक लगभग 7 घंटे चली। इसमें व्यापार समझौते के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार के महत्व को स्वीकार किया और इसे लाभकारी बनाने के लिए जल्द समाधान निकालने पर जोर दिया।
भारत सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह बैठक भविष्योन्मुखी और सकारात्मक रही। इसमें व्यापार समझौते के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया। इसके साथ ही दोनों देशों ने पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते को शीघ्र समापन करने के प्रयास तेज करने का निर्णय लिया।