भारतीय खो-खो महासंघ (KKFI) ने 13 जून को एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए बताया कि अल्टीमेट खो-खो (UKK) लीग के तीसरे सीजन में पहली बार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी भाग लेने के पात्र होंगे। यह सीजन 29 नवंबर से शुरू होगा।
KKFI 2025: भारत के पारंपरिक खेल खो-खो की लोकप्रियता अब सिर्फ देश की सीमाओं तक सीमित नहीं रही। इस खेल को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम तब सामने आया जब खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (KKFI) ने घोषणा की कि अल्टीमेट खो-खो (UKK) के आगामी तीसरे सीजन में विदेशी खिलाड़ी भी भाग लेंगे। यह पहली बार होगा जब कोई इंटरनेशनल प्लेयर इस पेशेवर भारतीय लीग का हिस्सा बनेगा।
29 नवंबर से होगी तीसरे सीजन की धमाकेदार शुरुआत
13 जून 2025 को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान KKFI के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने इस बड़े फैसले की घोषणा की। उन्होंने बताया कि तीसरा सीजन 29 नवंबर 2025 से शुरू होगा और इसमें इंटरनेशनल खिलाड़ियों को भी ऑक्शन प्रक्रिया के जरिए टीमों में शामिल किया जाएगा। यह कदम न केवल लीग को अंतरराष्ट्रीय पहचान देगा, बल्कि भारत को खो-खो का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक ठोस पहल भी होगी।
खो-खो को लंबे समय तक एक ग्रामीण खेल माना जाता था, लेकिन 2022 में अल्टीमेट खो-खो लीग की शुरुआत के साथ इस खेल को प्रोफेशनल फ्रेम में ढाला गया। पहले दो सीजन में ही यह लीग भारतीय दर्शकों के बीच इतनी लोकप्रिय हुई कि इसे प्रो कबड्डी लीग और इंडियन सुपर लीग के बाद देश की तीसरी सबसे ज्यादा देखी जाने वाली स्पोर्ट्स लीग घोषित किया गया।
पहले सीजन को 64 मिलियन दर्शकों ने देखा, जिनमें से 41 मिलियन भारत से थे। यह आंकड़ा किसी पारंपरिक भारतीय खेल के लिए एक उपलब्धि से कम नहीं है।
ओडिशा और गुजरात बन चुके हैं चैंपियन
- पहले सीजन (2022) में ओडिशा जगरनॉट्स ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम किया था।
- दूसरे सीजन (2023–24) में गुजरात जायंट्स ने जबरदस्त फॉर्म दिखाकर ट्रॉफी जीत ली।
- हर सीजन में मुकाबले और टीमों का स्तर ऊंचा होता गया है। खिलाड़ियों की फिटनेस, स्पीड और रणनीति में जबरदस्त सुधार देखने को मिला है।
इंटरनेशनल खिलाड़ियों की भागीदारी: गेम चेंजर मोमेंट
सुधांशु मित्तल ने कहा, खो-खो अब महज एक खेल नहीं, बल्कि भारत के खेल नवाचार और महत्वाकांक्षा का प्रतीक बन चुका है। इंटरनेशनल खिलाड़ियों की भागीदारी से लीग को वैश्विक दर्शकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इसके अलावा उन्होंने यह भी संकेत दिए कि कई देशों से खिलाड़ी और कोच अल्टीमेट खो-खो से जुड़ने के इच्छुक हैं। आने वाले सीजन में नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, इंग्लैंड और ईरान जैसे देशों के खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना जताई जा रही है।
खिलाड़ियों के लिए सुनहरा अवसर
खास बात यह भी है कि अल्टीमेट खो-खो ने घरेलू खिलाड़ियों के लिए भी एक शानदार प्लेटफॉर्म तैयार किया है। जहां पहले यह खिलाड़ी राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर ही सीमित रहते थे, अब वे लीग स्तर पर खुद को साबित कर रहे हैं और कमर्शियल रूप से भी मजबूत हो रहे हैं। विदेशी खिलाड़ियों के आने से भारतीय खिलाड़ियों को नए स्किल्स सीखने, इंटरनेशनल अनुभव पाने और गेम को और प्रोफेशनल तरीके से खेलने का मौका मिलेगा।
अल्टीमेट खो-खो में तकनीक का उपयोग भी शानदार तरीके से किया गया है। हाई-डेफिनिशन ब्रॉडकास्टिंग, स्टेटिस्टिक्स बेस्ड एनालिसिस, ट्रैकिंग सिस्टम्स और डिजिटल एंगेजमेंट जैसे टूल्स के जरिए दर्शकों का अनुभव और भी बेहतर हुआ है।