अलवर में हनी ट्रैप और ब्लैकमेलिंग गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने डॉक्टर को अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर ₹30 लाख की मांग और बलात्कार के झूठे मुकदमे की धमकी दी। गिरोह की गिरफ्तारी 12 घंटे में की गई, आरोपियों के पास से सबूत भी बरामद किए गए।
Alwar News: अलवर जिले में हनी ट्रैप और ब्लैकमेलिंग गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। शिवाजी पार्क पुलिस ने महिला आरोपी शहरुना और दो अन्य आरोपियों वसीम खान उर्फ मूसा और प्रियांशु चौधरी उर्फ गोधू को गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने डॉक्टर को अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर ₹30 लाख की मांग की और बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। पुलिस ने 12 घंटे के अंदर आरोपियों को पकड़ लिया और उनके पास से मोबाइल और वारदात में इस्तेमाल सोने का लॉकेट बरामद किया।
घटना का तरीका
एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि 22 अक्टूबर को महिला आरोपी शहरुना ने डॉक्टर को इलाज के बहाने अपने घर बुलाया। डॉक्टर जैसे ही आरटीओ ऑफिस के पास महिला द्वारा बताए गए पते पर पहुंचे, वह गिरोह के जाल में फंस गए। महिला आरोपी के साथ मिलकर वसीम खान उर्फ मूसा और प्रियांशु चौधरी उर्फ गोधू ने डॉक्टर को जबरन बंधक बना लिया।
कमरे में आते ही आरोपियों ने डॉक्टर के साथ मारपीट की और उनकी निजी सुरक्षा को नुकसान पहुंचाया। आरोपियों ने डॉक्टर की तस्वीरें और वीडियो अश्लील स्थिति में बनाई। इसके बाद आरोपियों ने ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। उन्होंने धमकी दी कि अगर 30 लाख रुपए नहीं दिए गए तो डॉक्टर को बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसा दिया जाएगा। इस दौरान आरोपियों ने डॉक्टर का सामान और कुछ पैसे भी छीनकर सड़क पर फेंक दिए।
पुलिस की तेजी से कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही अलवर एसपी सुधीर चौधरी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। शिवाजी पार्क पुलिस थाने के थानाधिकारी विनोद सामरिया और विजय मंदिर भरतलाल के नेतृत्व में विशेष टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने सूचना और तकनीकी मदद का इस्तेमाल करते हुए मात्र 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को पकड़ लिया।
पुलिस टीम जब प्रियांशु चौधरी उर्फ गोधू को पकड़ने गई तो पाया कि उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए सिर गंजा करवा रखा था।
आरोपियों की जानकारी
पुलिस ने आरोपियों में वसीम खान उर्फ मूसा, 18 वर्षीय निवासी विजय मंदिर, प्रियांशु चौधरी उर्फ गोधू, 21 वर्षीय निवासी एनईबी और महिला आरोपी शहरुना, 33 वर्ष को गिरफ्तार किया है। महिला आरोपी की दो शादियां हो चुकी हैं। मुख्य आरोपी प्रियांशु चौधरी का आपराधिक रिकॉर्ड लंबा है और उसके खिलाफ पहले से कई थानों में मारपीट, धमकी और एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में प्रयुक्त एंड्रॉइड मोबाइल और डॉक्टर का सोने का लॉकेट भी बरामद किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि गिरोह पहले से ही ऐसे अपराधों की योजना बना कर अंजाम देता रहा है।
गिरोह की अन्य वारदातें
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह पहले भी अन्य शिकारों को ब्लैकमेल करने और पैसे ऐंठने की कोशिश कर चुका है। आरोपी लोगों को हनी ट्रैप में फंसाते थे और फिर धमकाकर पैसे की मांग करते थे। कई मामलों में आरोपियों ने झूठे बलात्कार और मारपीट के मामले दर्ज कराने की धमकी भी दी थी।
पुलिस के अनुसार, गिरोह का संचालन महिला और पुरुष आरोपी मिलकर करते थे। महिला आरोपी शहरुना शिकार को अपने घर बुलाती और पुरुष आरोपी उसके साथ मिलकर अपराध को अंजाम देते थे।
पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
अलवर पुलिस ने बताया कि मामले की जांच अभी भी जारी है। आरोपी प्रियांशु चौधरी और वसीम खान के अन्य अपराधों के सबूत जुटाने के लिए पुलिस अन्य थानों और शहर में पूछताछ कर रही है। महिला आरोपी शहरुना से भी पूछताछ की जा रही है ताकि गिरोह की पूरी योजना और अन्य संभावित पीड़ितों के बारे में जानकारी मिल सके।
पुलिस ने बताया कि भविष्य में ऐसे गिरोहों की रोकथाम के लिए अलवर जिले में विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी और समय रहते अपराध को रोकने की कोशिश की जाएगी।












