Forbes की हालिया अरबपति सूची में भले ही वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव के चलते कई दिग्गजों की रैंकिंग में बदलाव आया हो, लेकिन भारत के उद्योगपति गौतम अडानी एक बार फिर देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति के तौर पर कायम हैं।
अमेरिका की प्रसिद्ध मैग्ज़ीन फोर्ब्स ने जुलाई 2025 के लिए भारत के सबसे अमीर व्यक्तियों की ताज़ा सूची जारी की है। इस लिस्ट में इस बार भी देश के बड़े कारोबारी मुकेश अंबानी ने पहला स्थान हासिल किया है। वहीं गौतम अडानी लगातार दूसरे पायदान पर बने हुए हैं। इस बार की रैंकिंग में सबसे खास बात ये रही कि टॉप-10 में एक नया नाम जुड़ा है – डीएलएफ के एमिरेट्स चेयरमैन कुशपाल सिंह।
पहले नंबर पर फिर मुकेश अंबानी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी की संपत्ति इस बार 116 बिलियन डॉलर आंकी गई है, जो भारतीय रुपए में लगभग 9.5 लाख करोड़ होती है। वे न केवल भारत बल्कि एशिया के भी सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। पेट्रोकेमिकल, रिटेल, जियो टेलीकॉम और न्यू एनर्जी सेक्टर में लगातार हो रहे विस्तार ने उनकी संपत्ति को लगातार बढ़ाया है।
दूसरे नंबर पर बने रहे गौतम अडानी
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी इस बार भी दूसरे नंबर पर बने हुए हैं। फोर्ब्स के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 67 बिलियन डॉलर है। हालांकि बीते कुछ सालों में शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव और रिपोर्ट्स से उनकी रैंकिंग में थोड़ी हलचल जरूर हुई थी, लेकिन वे अपनी पुरानी पोजिशन पर कायम हैं। अडानी का कारोबार इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा, ट्रांसपोर्टेशन और पोर्ट्स जैसे बड़े क्षेत्रों में फैला हुआ है।
तीसरे नंबर पर एचसीएल के शिव नादर
टेक्नोलॉजी क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले एचसीएल टेक्नोलॉजीज़ के संस्थापक शिव नादर इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। उनकी कुल संपत्ति 38 बिलियन डॉलर दर्ज की गई है। आईटी सेक्टर में शिव नादर का नाम एक बड़ा ब्रांड है और HCL की वैश्विक मौजूदगी ने उन्हें इस स्थान तक पहुंचाया है।
चौथे नंबर पर सावित्री जिंदल और उनका परिवार
फोर्ब्स की इस सूची में चौथे पायदान पर हैं जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल और उनका परिवार। इनकी कुल संपत्ति 37.3 बिलियन डॉलर है। जिंदल ग्रुप का कारोबार स्टील, पावर और सीमेंट जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ है और पिछले कुछ समय में इसमें भारी बढ़ोतरी हुई है।
पांचवें स्थान पर दिलीप संघवी
सन फार्मा के संस्थापक और फार्मा क्षेत्र के बड़े नाम दिलीप संघवी इस बार की लिस्ट में पांचवें नंबर पर हैं। उनकी संपत्ति 26.4 बिलियन डॉलर बताई गई है। फार्मास्युटिकल सेक्टर में लगातार मुनाफा और वैश्विक विस्तार ने उनकी कमाई में बढ़ोतरी की है।
सीरम इंस्टीट्यूट के सायरस पूनावाला छठे स्थान पर
छठे नंबर पर हैं सायरस पूनावाला, जो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मालिक हैं। इनकी संपत्ति 25.1 बिलियन डॉलर है। कोरोना काल में उनकी कंपनी का टीका दुनियाभर में चर्चा में रहा और उसके बाद से उनकी दौलत में जबरदस्त उछाल आया।
कुमार मंगलम बिड़ला सातवें पायदान पर
आदित्य बिड़ला ग्रुप के प्रमुख कुमार मंगलम बिड़ला सातवें नंबर पर हैं। उनकी कुल संपत्ति 22.2 बिलियन डॉलर है। सीमेंट, टेक्सटाइल, टेलीकॉम और मेटल्स जैसे सेक्टर में मजबूत पकड़ के चलते उनका नाम इस लिस्ट में टॉप-10 में बना हुआ है।
लक्ष्मी मित्तल आठवें स्थान पर
आठवें नंबर पर हैं स्टील किंग लक्ष्मी मित्तल। उनकी कुल संपत्ति 18.7 बिलियन डॉलर बताई गई है। आर्सेलर मित्तल के जरिए ग्लोबल स्टील बाजार में उनकी मौजूदगी अब भी मजबूत बनी हुई है।
राधाकिशन दमानी नौवें नंबर पर
डीमार्ट के संस्थापक राधाकिशन दमानी इस बार की लिस्ट में नौवें नंबर पर हैं। उनकी संपत्ति 18.3 बिलियन डॉलर है। दमानी का रिटेल कारोबार लगातार फैलता जा रहा है और निवेशकों के बीच डीमार्ट का शेयर भरोसे का नाम बन चुका है।
कुशपाल सिंह की एंट्री ने सबको चौंकाया
इस बार की फोर्ब्स लिस्ट में सबसे बड़ा सरप्राइज़ रहा कुशपाल सिंह का नाम। पहली बार टॉप-10 में शामिल हुए कुशपाल सिंह ArcelorMittal में हिस्सेदारी रखने के साथ-साथ DLF के एमिरेट्स चेयरमैन भी हैं। उनकी संपत्ति 17.9 बिलियन डॉलर बताई गई है। रियल एस्टेट और मेटल सेक्टर में उनकी मजबूत पकड़ ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।
जुलाई 2025 की टॉप-10 लिस्ट इस प्रकार
- मुकेश अंबानी – 116 बिलियन डॉलर
- गौतम अडानी – 67 बिलियन डॉलर
- शिव नादर – 38 बिलियन डॉलर
- सावित्री जिंदल और परिवार – 37.3 बिलियन डॉलर
- दिलीप संघवी – 26.4 बिलियन डॉलर
- सायरस पूनावाला – 25.1 बिलियन डॉलर
- कुमार मंगलम बिड़ला – 22.2 बिलियन डॉलर
- लक्ष्मी मित्तल – 18.7 बिलियन डॉलर
- राधाकिशन दमानी – 18.3 बिलियन डॉलर
- कुशपाल सिंह – 17.9 बिलियन डॉलर
फोर्ब्स की ये ताज़ा सूची दिखाती है कि भारत के कारोबारी जगत में बदलाव की रफ्तार तेज़ है और नए नाम भी अब शीर्ष पर जगह बना रहे हैं। कुशपाल सिंह जैसे नए चेहरों की एंट्री से यह साफ है कि आने वाले वक्त में अरबपतियों की इस सूची में और भी नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं।