भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी का फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम में चला आ रहा स्वप्निल सफर सेमीफाइनल में आकर थम गया। अर्जुन को सेमीफाइनल में आर्मेनिया के पूर्व खिलाड़ी और अब अमेरिका का प्रतिनिधित्व कर रहे लेवोन अरोनियन के खिलाफ 0-2 से हार का सामना करना पड़ा।
Freestyle Chess Grand Slam 2025: भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी (Arjun Erigaisi) का फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम (Freestyle Chess Grand Slam) 2025 में शानदार प्रदर्शन से भरा सफर सेमीफाइनल में आकर थम गया है। उन्हें सेमीफाइनल में आर्मेनिया के पूर्व खिलाड़ी और अब अमेरिका की ओर से खेलने वाले दिग्गज ग्रैंडमास्टर लेवोन अरोनियन (Levon Aronian) के खिलाफ 0-2 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही अर्जुन खिताब की दौड़ से बाहर हो गए।
अर्जुन एरिगैसी ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाते हुए इतिहास रच दिया था। वह फ्रीस्टाइल ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। उन्होंने इस टूर्नामेंट के दौरान दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) और सुपर ग्रैंडमास्टर हिकारू नाकामुरा (Hikaru Nakamura) जैसे बड़े नामों को हराकर सनसनी फैला दी थी।
अरोनियन के खिलाफ चूके अर्जुन
अर्जुन ने अरोनियन के खिलाफ पहले गेम में शानदार शुरुआत की थी। कई मौकों पर वह बेहतर स्थिति में दिख रहे थे, लेकिन निर्णायक चालों को भुनाने में नाकाम रहे। अरोनियन ने अपने विशाल अनुभव का पूरा फायदा उठाया और मुश्किल हालात में भी अपनी पकड़ बनाए रखी। अर्जुन की एक छोटी सी गलती ने बाजी का रुख अरोनियन के पक्ष में मोड़ दिया।
दूसरे गेम में अरोनियन को फाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ ड्रॉ की जरूरत थी। उन्होंने शुरुआत से ही बाजी को संतुलन में रखने की रणनीति अपनाई। हालांकि, अर्जुन को प्रतियोगिता में बने रहने के लिए जीत हासिल करनी थी, ऐसे में उन्होंने अनावश्यक जोखिम उठाए, जिसका खामियाजा उन्हें हार के रूप में भुगतना पड़ा।
अर्जुन एरिगैसी का अब तक का सफर
इस टूर्नामेंट में अर्जुन ने अपनी शानदार प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने: प्लेऑफ में मैग्नस कार्लसन को हराया। क्वार्टर फाइनल में हिकारू नाकामुरा को हराकर अंतिम-4 में जगह बनाई। यह प्रदर्शन न केवल उनके लिए बल्कि भारतीय शतरंज के भविष्य के लिहाज से भी बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। अर्जुन भले ही खिताब से चूक गए हों, लेकिन उन्होंने यह साबित कर दिया है कि वह अब शीर्ष खिलाड़ियों की लीग में शामिल हो चुके हैं।
अमेरिका के हंस मोके नीमन (Hans Moke Niemann) इस टूर्नामेंट के दूसरे फाइनलिस्ट बने। उन्होंने अपने हमवतन फैबियानो कारुआना (Fabiano Caruana) को मात देकर फाइनल का टिकट कटाया। अब फाइनल में लेवोन अरोनियन और हंस मोके नीमन के बीच भिड़ंत होगी। दोनों ही खिलाड़ी फ्रीस्टाइल शतरंज के माहिर माने जाते हैं, ऐसे में खिताबी मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है।
प्रज्ञानानंदा ने दर्ज की जीत
इस टूर्नामेंट से बाहर हो चुके भारत के आर प्रज्ञानानंदा (R Praggnanandhaa) ने भी तीसरे से आठवें स्थान के लिए खेले जा रहे प्लेऑफ मुकाबले में जीत दर्ज की। उन्होंने जर्मनी के विन्सेंट कीमर (Vincent Keymer) को 1.5-0.5 से हराया। वहीं नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन ने उज्बेकिस्तान के जावोखिर सिंदारोव के खिलाफ 1.5-0.5 से जीत दर्ज की।
अमेरिका के वेस्ली सो (Wesley So) ने उज्बेकिस्तान के नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव (Nodirbek Abdusattorov) को 3-1 से, जबकि हिकारू नाकामुरा ने लीनियर डोमिन्गुएज़ पेरेज़ को 2-0 से हराया।