उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया, जहां हैदरगढ़ क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध अवसानेश्वर महादेव मंदिर में करंट लगने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
Barabanki Temple Accident: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ क्षेत्र में स्थित अवसानेश्वर महादेव मंदिर में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब बिजली के करंट की चपेट में आने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इस दुर्घटना को लेकर राज्य भर में शोक की लहर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा शोक जताया है और मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
कैसे हुआ हादसा?
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर परिसर के ऊपर से गुजरने वाले बिजली के तार पर कुछ बंदर कूद पड़े, जिससे तार टूटकर मंदिर के टिन शेड पर गिर गया। इसी दौरान शेड में मौजूद श्रद्धालु बिजली के करंट की चपेट में आ गए। घटना इतनी अचानक और गंभीर थी कि मौके पर चीख-पुकार मच गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
मृतकों की संख्या और घायलों की स्थिति
मुख्य चिकित्साधिकारी के अनुसार, हादसे के बाद 29 घायलों को हैदरगढ़ सीएचसी लाया गया, जिनमें से कई को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
- 9 मरीज को त्रिवेदीगंज सीएचसी
- 6 मरीज को कोठी सीएचसी
- 5 गंभीर रूप से घायल मरीजों को बाराबंकी जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
- अब तक 2 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक जताते हुए कहा: जनपद बाराबंकी के श्री अवसानेश्वर महादेव मंदिर परिसर में हुई दुर्घटना अत्यंत दुखद है। मृतकों के परिजनों को मेरी गहन संवेदनाएं हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्माओं को शांति और परिजनों को यह अपार दुख सहने की शक्ति दें। सीएम योगी ने यह भी निर्देश दिया है कि जिला प्रशासन घायलों के इलाज में कोई कोताही न बरते और राहत कार्यों को शीघ्रता से पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद, सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान करने की घोषणा की है। साथ ही, घायलों को समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। मंदिर परिसर में अब बिजली के तारों की सुरक्षा जांच शुरू कर दी गई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।
घटनास्थल पर प्रशासन सक्रिय
घटना के तुरंत बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और बिजली विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। मंदिर परिसर को अस्थायी रूप से खाली करवा लिया गया और बिजली की आपूर्ति काट दी गई ताकि किसी अन्य अनहोनी से बचा जा सके। प्रशासन ने मंदिर समिति को भविष्य में सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
अवसानेश्वर महादेव मंदिर क्षेत्र के श्रद्धालु इस घटना से सदमे में हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली के तार पहले से ही खतरनाक स्थिति में थे, मगर समय रहते कोई उपाय नहीं किया गया। कई लोगों ने प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं।