भारत ने भूटान के हा घाटी में डोकलाम के पास रणनीतिक सड़क का निर्माण किया है। यह ऑल-वेदर सड़क सेना की तैनाती, लॉजिस्टिक्स और चीन के खिलाफ सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएगी।
India-Bhutan Road: भारत ने भूटान के हा घाटी में एक महत्वपूर्ण और रणनीतिक सड़क का निर्माण किया है, जो डोकलाम के नजदीक स्थित है। यह सड़क भारत और भूटान दोनों की सैन्य और रणनीतिक ताकत को बढ़ाएगी। इस सड़क को BRO (बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन) ने 254 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया है। सड़क हर मौसम में उपयोगी है और इसका सीधा असर भारत की सीमा सुरक्षा और चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने पर पड़ेगा।
हा घाटी से डोकलाम तक कनेक्टिविटी क्यों अहम है?
हा घाटी भूटान के पश्चिमी हिस्से में स्थित एक रणनीतिक इलाका है, जो डोकलाम से सिर्फ 21 किलोमीटर की दूरी पर है। 2017 में भारत और चीन के बीच डोकलाम विवाद यहीं के पास हुआ था। तब चीन ने सड़क निर्माण की कोशिश की थी, जिसका भारतीय सेना ने विरोध किया था। यह नई सड़क उसी इलाके में भारतीय और भूटानी सेनाओं को बेहतर पहुंच और लॉजिस्टिक्स सपोर्ट देगी।
2017 का डोकलाम विवाद: एक सबक
डोकलाम विवाद जून 2017 में शुरू हुआ था जब चीन की PLA ने भूटान क्षेत्र में सड़क बनाने की कोशिश की। भारत ने इसका कड़ा विरोध किया और "ऑपरेशन जूनिपर" के तहत अपने सैनिकों को वहां तैनात कर दिया। यह टकराव 72 दिनों तक चला और अंततः चीन को पीछे हटना पड़ा। इस घटना के बाद भारत ने अपने सीमा क्षेत्रों में इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर जोर दिया।
भूटान में भारत की उपस्थिति: प्रोजेक्ट दंतक
भूटान में भारत की विकास योजनाओं का नेतृत्व BRO के 'प्रोजेक्ट दंतक' ने किया है, जिसकी शुरुआत 1960 के दशक में हुई थी। हा घाटी की यह नई सड़क भी इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा है। सड़क में पांच नए पुल बनाए गए हैं, जिससे यह हर मौसम में चालू रह सकेगी।
सड़क का उद्घाटन और डिप्लोमैटिक महत्व
1 अगस्त 2025 को भूटान के प्रधानमंत्री तोबगे त्शेरिंग ने इस सड़क का उद्घाटन किया। इस अवसर पर भारत के डीजी बीआरओ लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी मौजूद रहे। भूटान के राजा जिग्मे खेसर वांगचुक ने भी इस प्रोजेक्ट की सराहना की। यह दर्शाता है कि भारत-भूटान के रिश्ते कितने मजबूत हैं।
सैन्य और लॉजिस्टिक्स में बढ़त
यह सड़क भारतीय और भूटानी सेनाओं को चंबी घाटी की ओर तेज गति से मूवमेंट में मदद करेगी। चंबी घाटी तिब्बत के पास स्थित है, जहां चीन की सेना की मौजूदगी रहती है। यदि कभी संकट की स्थिति बनती है, तो यह सड़क भारत को तेजी से कार्रवाई का मौका देगी।
पर्यटन और स्थानीय विकास में योगदान
हा घाटी भूटान का एक खूबसूरत क्षेत्र है। अब इस सड़क के जरिए यहां तक पहुँचना आसान हो जाएगा, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा स्थानीय व्यापार और आम लोगों के लिए भी यह सड़क रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा करने में मददगार होगी।